logo

अस्‍पताल की लापरवाही: समय पर इंजेक्शन नहीं मिला तो चली गई बच्ची की जान

5463news.jpg
द फॉलोअप टीम, रांची:
अरगोड़ा थाना क्षेत्र की रहने वाली नेहा सिंह 19 फ़रवरी को सेंटेविटा अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती हुई थीं। सेंटेविटा हॉस्पिटल रांची के जाने माने अस्पतालों में से एक है। नेहा सिंह ने 20 जनवरी को एक बच्ची को जन्म दिया। चूँकि बच्ची का जन्म सिजेरियन हुआ है इसलिए वह चिकित्सकों की निगरानी में थी। नेहा की बड़ी बहन आकांक्षा ने बताया कि बच्ची को अस्पताल के कर्मचारियों ने दूध पिलाया। बच्चे के फेफड़े में दूध चला गया और उसकी धड़कन बंद हो गई।  बच्ची को समय पर एक इंजेक्शन नहीं दिया। इंजेक्शन की कीमत 500 रुपए थी।  मौत की यह भी एक वजह बताई जा रही है। जबकि हॉस्पिटल में  नेहा सिंह के  5150 रुपए जमा थे। 



सुबह 8 बजे ही हो गयी थी मौत 
घरवालों का कहना है कि बच्ची की मौत सुबह 8 बजे ही हो गयी थी। लेकिन फिर भी उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था। 1:30 बजे तक अस्पताल ने धोखे में रखा कि बच्ची जिंदा है। जबकि बच्ची का शरीर पहले नीला पड़ गया था। परिजनों ने कहा है कि चिकित्सक और सेंटेविटा अस्पताल पर एफआईआर दर्ज कराया जायेगा। लोअर बाजार थाना प्रभारी सतीश कुमार सेंटेविटा अस्पताल पहुंचे।  उन्होंने कहा कि बच्ची के पोस्टमार्टम के बाद आगे जांच किया जाएगी।