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संक्रमण की तीसरी लहर का बच्चे होंगे निशाना, बचाव के लिए रांची में बन रहा है चाइल्ड डेडिकेटेड कोविड वार्ड

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द फॉलोअप टीम, रांची:
इस बात की आशंका जताई जा रही है कि कोरोना की तीसरी लहर भी दस्तक दे सकती है। जिसमें बच्चों को संक्रमित होने का सबसे ज्यादा खतरा है। तीसरी लहर से बचाव के लिए तैयारी शुरू कर दी गयी है। सदर अस्पताल में 60 बेड का चाइल्ड डेडिकेटेड कोविड वार्ड बनना चालू हो गया है। 

चिकित्सकों से ली जरूरी जानकारियां
मंगलवार को उपायुक्त छवि रंजन (Chavi Ranjan) ने रानी चिल्ड्रेन हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। डीडीसी विशाल सागर और सिविल सर्जन डॉ. विनोद कुमार भी उनके साथ थे। बच्चों के इलाज के लिए अस्पताल में क्या व्यवस्था है डीसी ने इस बात की जानकारी ली। अस्पताल में बच्चों के इलाज के लिए उपयोग किये जा रहे सीपैप की कार्यप्रणाली की जानकारी ली। किन हालातों में सीपैप का उपयोग किया जाता है, इंस्टॉलेशन आदि के बारे में डॉक्टरों की टीम के साथ विचार विमर्श किया।

डीसी ने सदर अस्पताल का निरीक्षण किया
सदर अस्पताल में बन रहे चाइल्ड डेडिकेटेड कोविड वार्ड के आधारभूत संरचना का भी डीसी ने निरीक्षण किया। सदर हॉस्पिटल की सीईओ गरिमा सिंह की मौजूदगी में डीसी ने कहा कि अस्पताल में कुछ जगह खाली है, जिसका उपयोग चाइल्ड वार्ड बनाने में किया जा सकता है।  सदर अस्पताल में चाइल्ड डेडिकेटेड कोविड वार्ड और आइसीयू में ड्‌यूटी के लिए स्किल्ड नर्सों की जरूरत होगी इसलिए नर्सों को ट्रेंड किया जाएगा। 

स्वास्थ्यकर्मियों का मनोबल बढ़ाया
उन्होंने कहा कि अलग-अलग फेज में सदर अस्पताल के नर्सों को रानी चिल्ड्रेन अस्पताल के डॉक्टर से समन्वय स्थापित कर ट्रेंड कराया जाएगा। डीसी ने कोविड में काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों का मनोबल बढ़ाया