द फॉलोअप टीम, रांची:
झारखंड में संजीवनी वाहन की शुरुआत की गयी है। जानकारी के मुताबिक हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की सप्लाई को सुचारू रूप संचालित करने के लिए संजीवनी वाहन की शुरुआत की गयी है। ये सभी वाहन जीपीएस प्रणाली के माध्यम से संचालित किए जाएंगे। जरूरतमंद व्यक्ति यहां से संपर्क स्थापित करके सुविधा का लाभ ले सकते हैं। सीएम हेमंत सोरेन ने इसकी शुरुआत की।
फेसबुक पोस्ट के माध्यम से दी जानकारी
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से इस बात की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने लिखा कि अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर दिक्कत ना हो, इसलिए संजीवनी वाहन के रूप में एक नई पहल की शुरुआत की गयी है। अभी रांची से शुरू कर इसे जमशेदपुर और धनबाद में भी शुरू किया जायेगा। अस्पताल को किसी भी समय ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत पड़ने पर जीपीएस युक्त इस वाहन को सपोर्ट के लिए भेजा जायेगा। ऑक्सीजन की कमी से हो जाने वाली मौतों को रोका जा सकेगा।
पहले कोविड सर्किट का किया था उद्घाटन
प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार काफी तेज है। प्रतिदिन 4 हजार से ज्यादा संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। तकरीबन डेढ़ सौ लोगों की जान जा रही है। राजधानी रांची सहित कई हॉस्पिटल में मरीजों और उनके परिजनों ने ऑक्सीजन और बेड की कमी की शिकायत की। कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कोविड सर्किट का उद्घाटन किया था। उस सर्किट के जरिए मरीजों को हॉस्पिटल में ऑक्सीजन युक्त बेड की जानकारी मिल सकेगी। रांची और जमशेदपुर में इसकी शुरुआत हो गयी है।
झारखंड में लगाया है आंशिक लॉकडाउन
झारखंड में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह का एलान किया। इस दौरान जरूरी सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी दुकानों को बंद रखने का निर्देश दिया गया है। दुकानें केवल दोपहर 2 बजे तक खुली रखने का निर्देश है। दोपहर 3 बजे के बाद घर से निकलने पर पाबंदी लगाई गयी है।