द फॉलोअप टीम, रांची:
धनबाद में जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद मौत मामले में ताजा अपडेट मिला है। धनबाद जेल में बंद दोनों आरोपियों को दोबारा नार्को टेस्ट, ब्रेन मैपिंग सहित 4 अन्य वैज्ञानिक जांच की जायेगी। सीबीआई के आवेदन के स्वीकार करते हुए विशेष कोर्ट ने सभी जांच की अनुमति दी है। सीबीआई गुजरात के गांधी-नगर में आरोपियों की जांच करवायेगी। कोर्ट ने इसके लिए केंद्रीय जांच एजेंसी को 6 से लेकर 29 दिसंबर तक का वक्त दिया है।
सीबीआई के हाथ लगे हैं महत्वपूर्ण सुराग
सीबीआई ने आवेदन देकर कोर्ट को बताया कि जज हत्याकांड में सीबीआई को गहरी साजिश और मास्टरमाइंड के बारे में अहम सुराग हाथ लगा है। इसका सत्यापन जरूरी है। जेल में दोनों से पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने कई बार बयान बदला। इसलिए एजेंसी ने फैसला किया है कि दोनों का दोबारा नार्को और ब्रैन मैपिंग टेस्ट करवाया जाये। इससे साजिशकर्ता के बारे में स्पष्ट जानकारी मिल सकेगी।
आरोपियो ने स्वेच्छा से जताई सहमति
सीबीआई ने अदालत से बताया कि नार्को टेस्ट के लिए दोनों आरोपियों ने स्वेच्छा से सहमति दी है। गौरतलब है कि सीबीआई की स्पेशल सेल ने विगत 27 नवंबर को जिला एवं सत्र न्यायाधीश एसएन मिश्रा की अदालत में आवेदन देकर दोनों आरोपियों से पूछताछ की इजाजत मांगी थी। अदालत ने 27 नवंबर से 3 दिसंबर तक जेल में दोनों आरोपियों से पूछताथ की इजाजत दी थी।
28 जुलाई को हुई थी जज उत्तम आनंद की हत्या
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 16 अगस्त को भी सीबीआई ने आरोपी लखन वर्मा और राहुल वर्मा का नार्को और ब्रेन मैपिंग टेस्ट करवाया था। हालांकि तब टेस्ट में सीबीआई को इस मामले में विशेष कुछ हासिल नहीं हुआ था। सीबीआई इस मामले में दोनों आरोपियों को तीन बार रिमांड में लेकर पूछताछ कर चुकी है। जज उत्तम आनंद को इसी साल 28 जुलाई को मॉर्निंग के दौरान ऑटो से टक्कर मार दी गई थी जिसमें उनकी मौत हो गई थी।