द फॉलोअप टीम, रांची:
नशे के शिकार महज़ युवा ही नहीं बल्कि स्कूली छात्र भी हो रहे हैं। राजधानी रांची अछूती नहीं। जिसका खमियाजा अपराध के बढ़ते ग्राफ में सामने आ रहा है। छिनतई, लूट, हत्या के पीछे नशा एक प्रमुख कारक है। इस फिक्र से लबरेज़ कुछ प्रबुद्ध लोग प्रदेश जमियतुल कुरैश के अध्यक्ष मुजीब कुरैशी की अगुवाई में कांटाटोली में 29 अगस्त को जुटे। जिसमें कई थाना के प्रभारी, एसएसपी रांची समेत कई सामाजिक कार्यकर्ता शरीक थे। निर्णय लिया गया कि नशा से मुक्ति का अभियान चलाना जरूरी है।
अगुवा मुजीब कहते हैं, नशा के कारण आज के अधिकांश युवा समाज और परिवार से दूर होते जा रहे हैं। इसी दूरी को खत्म करने के लिए और युवा पीढी को बचाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इस गली-कूचे,चौक-चौहारा के घर-घर यहटोली लोगों को नशे के खिलाफ उजियारा फैला रही है। अब तक शहर के करीब एक लाख लोगों के बीच जागरूकता अभियान पहुंच चुका है।
पहला मार्च कुरैशी मोहल्ला में, आजाद कॉलोनी में बरसे फूल
अभियान के सक्रिय कार्यकर्ता इमरान रज़ा अंसारी ने बताया कि अभियान की सूत्रधार जमियतुल कुरैश ही है। सबसे पहला मार्च इसके बैनर तलेकुरैशी मोहल्ला में 3 सितंबर को निकला। जिसमें बड़ी तादाद में लोग शामिल हुए। इसका असर यहहुआ कि दूसरे इलाके से इसकी मांग उठने लगी। इमरान की अगुवाई में डोरंडा में युवाओं ने बैठक की। 18 सितंबर को डोरंडा युनुस चौक में अभियान चला। 27 सितंबर को आजाद कॉलोनी,मरियम कॉलोनी, इदरीसिया कॉलोनी, गढ़ा टोली, इलाही बख्श कॉलोनी, आइशानगर, गौस नगरआदि कांटाटोली के इलाके में अभियान चला। घर-घर जाकर लोगों को जरागरूक किया गया।
जमियतुल कुरैश की अगुवाई,..लोग साथ आते गए कारवां बढ़ता गया
धीरे-धीरे कारवां बढ़ता जा रहा है। अबतक हिंदपीढ़ी,आजादबस्ती, डोरंडा, कांटाटोली और एमजी रोड आदि के क्षेत्रों में अभियान चलाया जा चुका है। जिसमें अगुवा मुजीब कुरैशी के अलावा अकबर कुरैशी, गुलाम जावेद, इमरान रजा अंसारी, शहजाद कुरैशी, अंजुमन इस्लामिया के महासचिव हाजी मुख्तार अंसारी, हाजी अख्तर अंसारी, साहब अली गद्दी, जमील खान, फिरोज जिलानी, जबीउल्लाह, डॉ तारीक, अकीलुर रहमान, बबलू कुरैशी,बारीक कुरैशी, हसीब खान, मुस्तफा, राजू खान, सज्जाद कुरैशी, हाजी मिनहाज, मो. साबीर, रजी अहमद, हसीब, इम्तीयाज मुन्ना, अली हसन, फरहाद कुरैशी, सद्दाम कुरैशी, खलील कुरैशी, औरंजेब खान, डॉ असलम परवेज और पूर्व पार्षद संजू सलाउद्दीन समेत सैकड़ों प्रमुख लोग शामिल रहे हैं।