द फॉलोअप टीम, रायपुर:
इनदिनों पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। महंगाई एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है। अब चूँकि पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ गए हैं तो ऐसे में हर खाद्य पदार्थ की भी कीमत बढ़ती जा रही है, क्योंकि अधिकतर सामान ट्रांसपोर्टिंग से ही हर जगह पहुँचता है। जिससे पेट्रोल और डीजल जलता है। लेकिन इस महंगाई के बीच बीजेपी नेता बृजमोहन अग्रवाल ने एक बयान दिया है। उनका कहना है कि "कोरोना के समय में महंगाई कोई मुद्दा नहीं है, अगर मुद्दा है तो कांग्रेस को वोट देने वाले अन्न त्याग दें, पेट्रोल का उपयोग बंद कर दें तो सब ठीक हो जाएगा।" उनके इस बयाu से स्पष्ट है कि वह कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं। उनका कहना है कि महंगाई कोई मुद्दा नहीं है और अगर है तो कांग्रेस को वोट देने वाले पेट्रोल और डीजल का उपयोग बंद कर दें। बता दें कि बृजमोहन अग्ररवाल छत्तीसगढ़ में तीन बार मंत्री रह चुके और वर्तमान में वह रायपुर से विधायक हैं।
पेट्रोल का उपयोग बंद कर दें
तीन जून को हुए एक एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में महंगाई के मुद्दे पर पूछे गए सवाल "कांग्रेस पार्टी महंगाई को राष्ट्रीय आपदा मानकर प्रदर्शन करने की तैयारी में है" इस पर उन्होंने कहा ”अगर महंगाई राष्ट्रीय आपदा है। तो फिर मुझे लगता है कि जो लोग इसे आपदा कह रहे हैं वो लोग खाना पीना बंद कर दें। अन्न त्याग दें, पेट्रोल का उपयोग बंद कर दें। मुझे लगता है कि कांग्रेसी और कांग्रेस को वोट देने वाले ही ये कर देंगे तो महंगाई कम हो जाएगी। आज के समय पर मूल्य का निर्धारण अंतरराष्ट्रीय मार्केट के ऊपर होता है। किसी लोकल मार्केट पर नहीं होता और अगर कोई लोकल फैक्टर है तो उसके बारे में बात करनी चाहिए।”
इसके बाद कांग्रेस को घेरते हुए उन्होंने कहा ”कोरोना के काल में कांग्रेस को ये चिंता करनी चाहिए कि लोगों को राहत कैसे मिले। कोरोना से मृत्यु कैसे कम हो। कांग्रेस के पास कोई विषय नहीं। इसलिए वो ध्यान भटकाने के लिए इस प्रकार के मुद्दे उठा रही है। आज के समय में ये (महंगाई) कोई मुद्दा नहीं है। आज सबसे बड़ा मुद्दा कोरोना है।”
सुशील आनंद शुक्ला का पलटवार
बीजेपी नेता के इस बयान पर कांग्रेस भी पीछे नहीं रही। कांग्रेस प्रवक्ता सुशिल आनंद शुक्ला ने भी पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि ”बृजमोहन अग्रवाल के द्वारा ये कहा जाना कि जिन्हें महंगाई अधिक लग रही है। वह खाना पीना छोड़ दें, पेट्रोल का उपयोग बंद कर दें। तो उन्हें महंगाई का बोझ नहीं लगेगा। ये बयान उनकी बेशर्मी की पराकाष्ठा है। बृजमोहन अग्रवाल का इस प्रकार का बयान लोगों के जले पर नमक छिड़कने का काम कर रहा है। प्रदेश की लगभग 50% जनता, जिन्होंने कांग्रेस को वोट दिया है। उन्हें खाना पीना छोड़ने की सलाह दे रहे हैं, उन्हें भूखे मरने की सलाह दे रहे हैं। ये बयान बेशर्मी का जीता-जागता उदाहरण है।”