द फॉलोअप टीम, रांची:
रूपा तिर्की संदिग्ध मामले में शनिवार को साहिबगंज के पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा की तरफ से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गयी। इसमें बताया गया कि रूपा तिर्की का पोस्टमॉर्टम दंडाधिकारी की उपस्थिति में कराया गया। रिपोर्ट भी दंडाधिकारी की उपस्थिति में बनाई गयी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक मौत का कारण फांसी ही है। साहिबगंज पुलिस ने ये भी कहा कि अभी तक की जांच में मामला आत्यहत्या का ही निकला है। रूपा तिर्की ने व्यक्तिगत कारणों से आत्महत्या की।
दीपक प्रकाश ने किया सिलसिलेवार ट्वीट
साहिबगंज पुलिस द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी करते ही मामले में कई सवाल उठाए जाने लगे। झारखंड बीजेपी प्रदेश अध्य़क्ष दीपक प्रकाश ने मामले में ऑफिशियल ट्विटर अकाउंड के माध्यम से सिलसिलेवार ट्वीट कर कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि बड़े ही आश्चर्य और संदेहास्पद बात है कि रूपा तिर्की हत्याकांड में अब तक प्राथमिक भी दर्ज नहीं हुई है सिर्फ CRPC की धारा 174 के तहत यू0डी0 केस दर्ज किया गया है जिसके अंतर्गत सिर्फ आत्महत्या या अप्राकृतिक मृत्यु की प्रक्रिया और कारण की जांच तक ही सीमित है। ये काफी संदेहास्पद मामला है।
नामजद आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य नहीं मिला!
साहिबगंज पुलिस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि अभी तक की जांच में मामले में नामजद आरोपी मनीषा कुमारी, ज्योत्सना महतो और विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला। ये पूरा मामला व्यक्तिगत कारणों से सुसाइड का है। दीपक प्रकाश ने इस पर सवाल उठाया है। ट्विटर पर दीपक प्रकाश ने लिखा बिना प्राथमिक दर्ज किए और बिना पूर्ण अनुसंधान के अंत में किसके दबाव में जिला पुलिस ने मुख्यमंत्री जी के विधायक प्रतिनिधित्व पंकज मिश्रा को क्लीन चिट दे दी? झारखण्ड की बेटी रूपा तिर्की को इंसाफ दिलाने के लिए राज्य सरकार तुरंत सीबीआई जांच की सिफारिश करे। ये ट्वीट काफी चर्चा में है।
दंडाधिकारी की उपस्थिति पर भी उठाया सवाल
साहिबगंज पुलिस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी दी गयी है कि रूपा तिर्की का पोस्टमॉर्टम दंडाधिकारी की उपस्थिति में कराया गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी दंडाधिकारी की उपस्थिति में ही बनाया गया। दीपक प्रकाश ने इस पर भी सवाल खड़ा किया है। दीपक प्रकाश ने कहा कि साहेबगंज पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि रूपा तिर्की की पोस्टमार्टम और पोस्टमार्टम रिपोर्ट दंडाधिकारी की उपस्थिति में कराया गया है। दंडाधिकारी सरकार का ही एक प्रशासनिक अधिकारी होता है,तो क्या मेडिकल जांच बोर्ड को प्रभावित करने के लिए इस अधिकारी को वहां रखा गया था ?
साहिबगंज पुलिस ने बताया सुसाइड का मामला
गौरतलब है कि साहिबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की 3 मई को अपने आवास में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाई गयी थीं। रूपा तिर्की का शव फंदे से झूलता मिला था। उनके मुंह से झाग भी निकल रही थी। कहा गया कि रूपा तिर्की ने आत्महत्या की है। हालांकि परिजनों ने रूपा तिर्की की हत्या किए जाने का आरोप लगाया। मामले में ज्योत्सना महतो, मनीषा कुमारी और विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को नामजद आरोपी बनाया गया था। राज्य भर में रूपा तिर्की के लिए न्याय की मांग उठी। अब साहिबगंज पुलिस ने कहा है कि ये व्यक्तिगत कारणों से आत्महत्या का मामला है।