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निजीकरण के खिलाफ बैंक कर्मचारियों की हड़ताल, पांच दिन बंद रहेंगे बैंक

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द फॉलोअप टीम, रांची: 
बैंक कर्मचारियों के 9 संगठनों से जुड़ी संस्था यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने 15 और 16 मार्च को बैंकों में राष्ट्रव्यापी हड़ताल की घोषणा की। जानकारी के मुताबिक यूएफबीयू ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंको का निजीकरण करने के फैसले के खिलाफ हड़ताल का आह्वान किया है। जानकारी के मुताबिक झारखंड के 45 हजार बैंक अधिकारी और कर्मचारी हड़ताल में शामिल होंगे। 

बैंकों के निजीकरण के खिलाफ नाराजगी
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने इस बारे में एक प्रेस वार्ता भी की। प्रेस वार्ता में यूनियन ने कहा कि सरकार साल 2019 में आईडीबीआई बैंक का निजीकरण कर चुकी है। इस नीति के तहत बीते 4 साल में 14 सरकारी बैंकों का विलय किया जा चुका है। मौके पर एआईबीओसी के स्टेट सेक्रेटरी सुनील लकड़ा ने कहा कि हड़ताल आम जनता के लिए बुलाई गयी है। उन्होंने कहा कि बैंक के कर्मचारी और अधिकारी सरकार के निजीकरण के फैसले का पुरजोर विरोध करेंगे। 

15 और 16 मार्च को बैंक की हड़ताल रहेगी
जानकारी के मुताबिक आगामी 15 और 16 मार्च को झारखंड के सभी सरकारी और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की करीब 4 हजार शाखायें इस दिन बंद रहेगी। आशंका जताई जा रही है कि बैंक के हड़ताल से तकरीबन सात से आठ हजार करोड़ रुपये का नुकसान होगा। करोड़ों का चेक क्लियरेंस फंस जाने की आशंका है। हालांकि, इस बीच लोगों के पास ऑनलाइन बैकिंग की सेवा मौजूद रहेगी। 

अगले सप्ताह पांच दिन बैंक बंद रहेगा
आपको बता दें कि आगामी 11 मार्च के बाद तकरीबन पांच दिन बैंकों में ताला लटका रहेगा। इससे पहले तमाम जरूरी काम निपटाने होंगे। 11 मार्च को बैंकों में महाशिवरात्रि की छुट्टी रहेगी। 13 मार्च को महीने का दूसरा शनिवार है इसलिए नियमों के मुताबिक बैंक बंद रहेगा। 14 मार्च रविवार है इसलिये साप्ताहिक अवकाश रहेगा। 15 और 16 मार्च को बैंक को हड़ताल की वजह से बैंक बंद रहेगा।