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नई नियोजन नीति से हेमंत सरकार ने गुरुजी का किया अपमान- आजसू

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द फॉलोअप टीम, रांची: 

निर्मल महतो के शहादत दिवस के अवसर पर आजसू रविवार को राज्य के 260 प्रखंडो में सामाजिक न्याय मार्च निकालेगी। साथ ही सात दिनों तक अलग-अलग प्रखंडों में घूमकर आजसू आम लोगों से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को स्मरण पत्र भिजवाएगी। इस स्मरण पत्र का मजमून ये है कि सरकार ने चुनाव के दौरान 1932 खातियान लागू करने का वादा किया था वो सत्ता में आते ही कैसे भूल गई। साथ ही ओबीसी को राज्य में 27 फीसदी का आरक्षण मिले, इस बात को भी लेकर पार्टी आंदोलन की रूपरेखा तय कर रही है। 

हेमंत सरकार का फैसला गुरुजी का अपमान
आजसू के केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत ने मीडिया से बात करते हुए शनिवार को कहा कि वर्तमान की हेमंत सरकार ने जिस तरीके से खातियान और मैट्रिक का सर्टिफिकेट को बराबर मान लिया है, वो गलत है और कहीं ना कहीं गुरुजी का ये अपमान है। देवशरण भगत ने कहा कि यदि हेमंत सोरेन यदि अपने पार्टी के अध्य़क्ष शिबू सोरेन के वादे को भूल गई है तो हम उन्हें याद दिला दें कि गुरुजी और राज्य के शिक्षा मंत्री जगरन्नाथ महतो ने जनता से घूम घूमकर ये वादा किया था कि हमारी सरकार बनते ही रघुवर दास की नियोजन नीति को रद्द करते हुए खातियान आधारित नियोजन नीति बनाई जाएगी। 

हमारे डीएनए में नहीं है खरीद-फरोख्त
पत्रकारों के सवाल में देवशरण भगत ने कहा कि जो पार्टी आजसू पर भ्रम फैलाने और जनता को धोखा देने का आरोप लगा रही है उन्हें हम बताना चाहते हैं कि आजसू पार्टी की डीएनए में खरीद फरोख्त नहीं है। जिस पार्टी के डीएनए में है उन्हें राज्य की जनता भली-भांति जानती है। साथ ही कहा कि मैट्रिक और खातियान को सामान्य कर देना यहां के आदिवासी और मूलवासी के साथ बहुत बड़ा धोखा है। 

जातिगत जनगणना के हम पक्षधर हैं
आजसू पार्टी की ओऱ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जातिगत जनगणना कराने तथा आंकड़े को सार्वजनिक करने की मांग करते हुए देवशरण भगत ने कहा कि पार्टी ने अपनी भावना से पीएम को पत्र लिखकर भी अवगत करा दिया है, लिहाजा जातिगत जनगणना होने से सरकारी योजनाओं को बनाने में भी लाभ मिलेगा और भी ये पता चल पाएगा कि किस जाति की जनसंख्या क्या है। आजसू का साफ मानना है कि जिसकी जितनी जनसंख्या है उसकी उतनी भागीदारी होनी चाहिए।