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हेमंत सरकार की नाकामी गिनाने के लिए 29 को सभी जिलों में जनसभा करेगी आजसू पार्टी

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29 को ही राज्य सरकार अपने काम का रिपोर्ट कार्ड जनता के बीच ला रही है। इधर विपक्षी दल आजसू ने भी इसी दिन को सरकार की नाकामियों को गिनाने के लिए चुना है।
द फॉलोअप टीम, रांची 
29 दिसंबर का दिन सियासी होगा। सबकी नजरें सरकार के काम-काज पर होगी। एक तरफ सरकार अपनी उपलब्धियां गिनाएगी, दूसरी तरफ विपक्षी पार्टी आजसू ने सरकार की खामियों को गिनाने का बीड़ा उठाया है और इसके लिए भी उन्होंने 29 दिसंबर को ही चुना है। फर्क सिर्फ इतना है कि सराकर की खामियों को गिनाने का काम आजसू सभी जिला मुख्यालयों में करेगी। इधर भापजा भी सरकार के एक साल के सवाल को लेकर लगातार सवाल खड़ा कर रही है। बता दें कि भाकपा माले जो बिहार में कांग्रेस और राजद के साथ गठबंधन में है, उसने भी झारखंड सरकार के खिलाफ मोर्चा खेल दिया है। माले भी राज्य भर में वादा निभाओ चला रही है, जिसके माध्यम से पार्टी सरकार से कृषि, रोजगार, उद्योग आदि पर सवाल करेगी।
 
नौकरी देने से पहले स्थानीय नीति लागू करे सरकार 
आजसू ने हेमंत सरकार पर भी हमला बोला है। बैठक के बाद देवशरण भगत ने कहा कि वर्तमान सरकार 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति लागू करने के वादे के साथ आई थी, लेकिन अभी तक लागू नहीं कर सकी है। अब सरकार कह रही है कि 2022 का वर्ष नियुक्तियों का वर्ष होगा। देवशरण ने कहा कि पहले सरकार राज्य में स्थानीय नीति लागू करे, उसके बाद रोजगार की बात करें। 

बंगाल चुनाव के मद्देनजर तीन जगहों पर सम्मेलन करेगी पार्टी 
आजसू पार्टी बंगाल और उड़ीसा चुनाव को लेकर भी कमर कस रही है। बंगाल में पुरुलिया सहित तीन स्थानों पर पार्टी 28 को जनसभा करेगी। उड़ीसा में भी पार्टी जोर लगा रही है। दोनों राज्यों में चुनाव के लिए प्रभारी भी घोषित हो गए हैं। बंगाल के लिए उमाकांत व रामचंद्र सहिस और उड़ीसा के लिए राजेंद्र मेहता व श्याम मुर्मु को प्रभारी नियुक्त किया गया है।