द फॉलोअप टीम, रांची:
सामाजिक न्याय यात्रा के दौरान रांची के मोराबादी मैदान में कार्यकर्ताओं पर पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ आज आजसू पार्टी की ओर राज्य के सभी प्रखंडों में राज्य सरकार का पुतला जलाया। इसके साथ ही पार्टी नेताओं ने कहा है कि हेमंत सरकार तानाशाह रवैया बदले, वर्ना टकराव के लिए तैयार रहे। आजसू पार्टी हर ज़ुल्म का प्रतिकार करते हुए पिछड़ों की आवाज उठाती रहेगी और जब तक 27 प्रतिशत आरक्षण नहीं मिल जाता, कार्यकर्ता समर्थक चैन से नहीं बैठने वाले। नेताओं ने कहा है कि पिछड़ों की आवाज़ को सरकार पुलिस, लाठी और बैरिकेड के बल पर दबाने का प्रयास कर रही है। कल सामाजिक न्याय मार्च के दौरान पुलिस द्वारा आजसू पार्टी के निहत्थे कार्यकर्ताओं पर किया गया बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज वर्तमान सरकार के तानाशाही रवैये को दर्शाता है। लेकिन आजसू पार्टी लाठी-डंडों से डरने वाली पार्टी नहीं है।
आजसू पार्टी के केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत ने कहा कि पिछड़ों को लेकर इन्होंने कई वादे किए लेकिन वे वादे सिर्फ मेनिफेस्टो के पन्नों तक ही सीमित रह गए। आज जब उन्हीं के द्वारा किए गए वादों को पूर्ण करने के लिए आजसू पार्टी आवाज़ बुलंद कर रही तो पुलिस और लाठी के दम पर हमारी आवाज़ को दबाने की कोशिश की जा रही। यह झामुमो महागठबंधन सरकार के दोहरे चरित्र को दर्शाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार ने झारखंडी भावना और जनादेश के साथ धोखा किया है। इसका अंजाम बुरा होगा।
राजधानी में भी आजसू पार्टी रांची महानगर एवं आजसू छात्र संघ द्वारा आज सरकार का पुतला दहन किया गया। जिसमें मुख्य रुप से महानगर अध्यक्ष ज्ञान सिन्हा, अंचल किंगर, आशुतोष गोश्वामी, रमेश गुप्ता, सुनील यादव, बंटी यादव, ओम वर्मा, टी के मुखर्जी, विरेंद्र प्रसाद, सीमा सिंह, राहुल तिवारी इत्यादि मुख्य रूप से शामिल थे।