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बदलेगी रांची की सूरत! साइकिल लेन और पाथवे का होगा निर्माण, लगाये जाएंगे 1 लाख पेड़

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द फॉलोअप टीम, रांची: 
राजधानी रांची की तस्वीर जल्द ही बदलने की तैयारी की जा रही है। शहर की आबो-हवा में बदलाव लाने की तैयारी की जा रही है। रांची में एयर क्वालिटी इंडेक्स को बेहतर किया जायेगा। प्रदूषण मुक्त रांची बनाने की कवायद शुरू हो गयी है। इसके लिए कई प्रयास किये जाने हैं। साइकिल लेन का निर्माण किया जाना है। शहर के व्यस्तम मार्गों में पाथ-वे बनाने की तैयारी है। सिटी बसों को सीएनजी में बदला जाना है। 

नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने की बैठक
नगर आयुक्त मुकेश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई फैसलों पर मुहर लगाई गयी है। जानकारी के मुताबिक रांची शहर की एयर क्वालिटी इंडेक्स सुधारने के लिए हाईकोर्ट के नये भवन, विधानसभा भवन और एचईसी सहित शहर के अलग-अलग हिस्सों में कुल 1 लाख पेड़ लगाने की योजना है। 1 लाख पेड़ लगाये जाने से शहर में प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सकेगा। लोगों को भी पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा। इसकी रूपरेखा बना ली गयी है। 

साइकिल लेन और पाथ-वे बनाया जायेगा
पर्यावरण संरक्षण के लिए शहर में साइक्लिंग को भी बढ़ावा देने की योजना है। हरमू पुल से बिरसा चौक के बीच रोड के किनारे पेवर ब्लॉक लगाकर साइकिल लेन बनाने की योजना है। साथ में पैदल चलने वाले लोगों को सहूलियत पहुंचाने के लिए पाथवे भी बनाया जायेगा। नगर निगम का दावा है कि पाथवे की मदद से शहर में दुर्घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी। राजभवन, मुख्यमंत्री आवास और मोरहाबाद मैदान के आसपास भी पेवर ब्लॉक लगाकर साइकिल लेन और पाथ-वे बनाने की योजना है। लोगों को साइक्लिंग के लिए प्रोत्साहित भी किया जायेगा। 

प्रत्येक शनिवार को नो कार अभियान
नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने बताया कि 13 मार्च से प्रत्येक शनिवार को नो कार अभियान चलाया जायेगा। लोगों से अपील की जायेगी कि वे सप्ताह में कम से कम एक दिन साइकिल से आना-जाना करें। लोगों से अपील की जायेगी कि वे कार का कम से कम उपयोग करें। एयर क्वालिटी इंडेक्स सुधारने के लिए शहर में चल रही सिटी बसों को डीजल से सीएनजी चालित बसों में बदला जायेगा। नगर निगम के मुताबिक इस वक्त 20 नई और 20 पुरानी बसें चल रही हैं। इन बसों को सीएनजी में बदला जायेगा। 

कहीं भी डीप बोरिंग नहीं की जायेगी
शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स नापने के लिए मॉनिटरिंग स्टेशन बनाये जायेंगे। शहर की नालियों को साफ सुथरा रखने के लिए सुपर सकर मशीनों का इस्तेमाल किया जायेगा। इस साल गर्मी में कहीं भी डीप बोरवेल नहीं बनाया जायेगा। जिस इलाके में पानी की बहुत ज्यादा किल्लत होगी वहां एक दो ही डीप बोरवेल बनाया जायेगा। नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने बताया कि इस पूरी योजना के लिए 15वें वित्त आयोग से राशि खर्च की जायेगी। योजना पर जल्द ही अमल किया जायेगा।