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अर्जुन मुंडा ने आदेश वापस लेने का आग्रह किया, समरीलाल ने छठ गाइडलाइंस पर विरोध जताया

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द फॉलोअप टीम, रांची/खरसावां : 
घाटों पर छठ महापर्व नहीं मनाने के सरकारी निर्णय के खिलाफ चहुंओर से सरकार पर दबाव पड़ रहा है। इस क्रम में रांची के बूटी मोड़ स्थित जुमार नदी में खड़े होकर कांके से भाजपा विधायक समरी लाल समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार द्वारा जारी छठ गाइडलाइंस का विरोध जताया। इस दौरान सरकार से गाइडलाइंस में संशोधन का आग्रह किया गया है। इधर, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है कि छठ महापर्व के संबंध में जारी तुगलकी फरमान पर हेमंत सोरेन सरकार पुनर्विचार करना चाहिए।

हिंदुओं की आस्था पर चोट:  समरीलाल
कांके के विधायक समरी लाल ने कहा कि छठ महापर्व पर सरकार के तुगलकी फरमान से हिंदुओं की आस्था पर चोट पहुंची है। सरकार इस फैसले को अविलंब वापस ले और जलाशयों में गाइडलाइन के साथ छठ करने की अनुमति दे। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते लोग पहले से ही जागरूक हैं। सरकार का ये आदेश देना कि तालाब, नदी और डैम में छठ नहीं करने देने के निर्णय न्यायसंगत नहीं है।

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सरकार अपना आदेश वापस ले: अर्जुन मुंडा
वहीं खरसावां में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि छठ महापर्व के संबंध में जारी तुगलकी फरमान पर हेमंत सरकार पुनर्विचार करे। लोक आस्था का ये पर्व किस प्रकार तालाबों और अन्य स्थानों पर कोरोना के सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए किये जायें, उस पर ध्यान होना चाहिए। सरकार यह तय करे कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए आवश्यक उपाय कैसे हों। उन्होंने छठव्रतियों से भी आग्रह किया है कि वे सुरक्षा नियमों का पालन करें, क्योंकि आप सुरक्षित रहेंगे, तो औरों को भी सुरक्षित रखने में मददगार होंगे।