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3 साल से लापता है काम की तलाश में दिल्ली गई दुमका की 2 लड़कियां, परिजनों ने सीएम से लगाई गुहार

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द फॉलोअप टीम, दुमका: 

दुमका की 2 लड़कियां बीते 3 साल से लापता है। काम की तलाश में दिल्ली गईं इन लड़कियों से इनके परिजनों का संपर्क बीते 3 साल से नहीं हो पाया है। परिजन नहीं जानते कि उनकी बेटियां कहां और किस हाल में है। अब परिजनों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से उक्त दोनों लड़कियों की बरामदगी की गुहार लगाई है। परिजनों को आशंका है कि उनकी बच्चियां मानव तस्करों के चंगुल में फंस गई हैं। 

शिकारीपाड़ा थानाक्षेत्र का है पूरा मामला
पूरा मामला दुमका जिला के शिकारीपाड़ा थानाक्षेत्र अंतर्गत सरसडंगाल पंचायत के पोखरिया और मकड़ापहाड़ी गांव का है। यहां की निवासी 2 लड़कियां मिरू टुडू और चांदमुनी हांसदा का बीते 3 साल से कोई अता-पता नहीं है। परिजनों का कहना है कि पश्चिम बंगाल के नलहटी की रहने वाली आरती हांसदा साल 2018 में दोनों को काम दिलाने का झांसा देकर दिल्ली ले गई थी। परिजनों का आरोप है कि कुछ दिनों तक दोनों लड़कियों की बातचीत परिवार वालों से करवाई गई लेकिन बाद में संपर्क टूट गया। 

आरती हांसदा नाम की महिला ले गई थीं
परिजनों का आरोप है कि बीते 3 साल से उनकी बातचीत या किसी प्रकार का संपर्क उनकी बच्चियों से नहीं हो पाया है। परिजनों का ये भी कहना है कि अब आरती हांसदा ने उनका भी फोन उठाना बंद कर दिया है। परिवार वालों ने अब शिकारीपाड़ा थाना प्रभारी सहित जिले के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर बेटी की बरामदगी की गुहार लगाई है। 

परिवार वालों ने मुख्यमंत्री से लगाई गुहार
लापता लड़कियों के परिजनों का कहना है कि बच्चियों की तलाश की गुहार लेकर वे शिकारीपाड़ा थाना प्रभारी, जिले के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक तक से मिल चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पीड़िताओं के अभिभावक बीते काफी समय से रोजाना सरकारी कार्यालयों का चक्कर लगाते हैं। सामाजिक कार्यकर्ता हाबील मुर्मू ने मांग की है कि लड़कियों की सकुशल बरामदगी हो।