द फॉलोअप टीम, रांची :
रिपब्लिक भारत के प्रधान संपादक अर्णब गोस्वामी को महाराष्ट्र पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये जाने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कांग्रेस को आड़े हाथ लिया है। अर्णब की गिरफ्तारी वाली घटना को उन्होंने झारखंड में पत्रकारों को दिये गए नोटिस से जोड़ा है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लोकतंत्र या लोकतांत्रिक मूल्यों को समाप्त करने की कोशिश वहीं हुई है, जहां कांग्रेस की या कांग्रेस समर्थित सरकार बनी है। आजादी के बाद से ही कांग्रेस ने चाहा है कि प्रेस उसका पिछलग्गू बनकर दुम हिलाए। वे गुरुवार को भाजपा कार्यालय में प्रेस को संबोधित कर रहे थे।
कांग्रेस द्वारा प्रेस की आवाज दबाने के साक्ष्य के तौर पर दिये आंकड़े
कांग्रेस की सराकर द्वारा प्रेस की आवाज दबाया जाता है, इसके साक्ष्य के तौर पर दीपक प्रकाश ने आंकड़े भी पेश किये। उन्होंने कहा कि 1962 के चीनी आक्रमण के दौरान तत्कालीन रक्षा मंत्री कृष्ण मेनन के खिलाफ लिखने पर पत्रकार पर कार्रवाई हुई। 1975 में इंदिरा गांधी ने लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश की। 1982 में संयुक्त बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र द्वारा लाए गए बिहार प्रेस बिल ने पत्रकारों के लिये 5 साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान किया था। उन्होंने आगे कहा कि आज झारखंड भी इसी राह पर चल रहा है, क्योंकि यहां भी कांग्रेस के समर्थन से सरकार चल रही है। पार्टी की ओर से अर्णब को रिहा करने की मांग की गई है।