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ठहर कर सोचियेगा कहीं आपके घर के किसी अपने का शव ठेले पर घसीटकर न ले जाए कोई

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द फॉलोअप टीम, गढ़वा:
वो कौन था। कोई तो था। उसकी भी कोई मां होगी, जिसे अपने लाडले का इंतजार होगा। पत्नीे घर के द्वार पर खड़ी होगी, अब तो आ जाओ साजन। बेटे-बेटी की तड़प भी कम कहां होती है। उन्हें  क्या पता कि उनका बेटा, पति, भाई और पिता अब दुनिया में रहा कहां। उसके शव को भी अंतिम संस्कार के लिए घर से दूर एक ठेले पर घसीटकर ले जाया जा रहा। ठहर कर सोचियेगा कहीं आपके किसी अपने के साथ ऐसा हो तो जैसी तस्वीर गढ़वा से सामने आयी है। इससे पहले रामगढ़ से ऐसी अमानवीय खबर मिली थी।

अस्पताल ने स्वीपर के हवाले कर दिया शव
शनिवार की शाम करीब पांच बचे एनएच-75 पर चिनियां मोड़ के निकट एक ठेले पर शव को लादकर एक व्यक्ति तेजी से शहर की ओर बढ़ा चला जा रहा था। उसे रोककर जब शव के बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि यह किसी अज्ञात व्यक्ति का शव है। अस्पताल ने उसे शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने को कहा है।

कुएं से हुआ था शव बरामद
जब इस मामले की छानबीन की गई तो पता चला कि 6 जनवरी को डंडई थाना क्षेत्र में एक कुएं से एक युवक का शव बरामद हुआ था। शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया था। शव की पहचान नहीं हो सकी। पोस्टमार्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए स्वीपर के हवाले कर दिया गया।

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न पुलिस, न ही एंबुलेंस
शव को ठेले पर खींचते हुए स्वीपर बेपरवाह जा रहा था। उसके साथ एक भी पुलिस नहीं थी। इस दौरान शव से उठ रहे दुर्गंध से लोग परेशान रहे। पुलिस का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन को लावारिस शव को मुक्तिवाहन से डिस्पोजल के लिए कहा गया था। 

क्या कहते हैं सर्जन

गढ़वा के सिविल सर्जन डॉ नंद किशोर रजक ने कहा कि अस्पताल के शवगृह में शव को सुरक्षित रखने के लिए लगी मशीन अभी काम नहीं कर रही है। बर्फ के सहारे शव को यहां रखा जा रहा है। बर्फ पुलिस उपलब्ध कराती है। एंबुलेंस या मुक्तिहवाहन पर कुछ नहीं बोले।