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दीपांकर बोले, किसान आंदोलन पर सरकारी चुप्पी मजाक, माले किसानों के साथ

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द फॉलोअप टीम रांची 
भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा है कि कोरोनाकाल में तीन नए कृषि बिल पारित करना भद्दा मजाक था। अब भाजपा सरकार की चुप्पी भी मजाक ही है। हम किसानों के साथ हैं। तीनों कानून सिर्फ किसान के खिलाफ ही नहीं, बल्कि आम लोगों के खिलाफ है। क्योंकि इसका प्रभाव एक साल में सभी पर पड़ेगा। अनाज की कीमत बढ़ेगी और फूड सिक्योरिटी खत्म हो जाएगी। जीडीपी 25 नीचे गई थी। सिर्फ खेती में 3 फीसद बढ़ोतरी थी। उसको भी बर्बाद किया जा रहा है। दीपांकर रांची में बुधवार को मीडिया से रूबरू थे।

किसान मामले में भी झूठ बोल रहे मोदी 
दीपांकर बोले कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर बार की तरह झूठ बोल रहे हैं। पहले किसान को बदनाम किया गया। जैसे सीएए विरुद्ध आंदोलन को सिर्फ मुसलमानों का साबित करने का प्रयास किया था। वैसे ही किसान आंदोलन को पंजाब का बताया जा रहा है। ऐसा नहीं है। देशव्याहपी बंद ने साबित किया कि यह हर देशवासी का मुद्दा है।

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कर्ज माफी के लिए झारखंड में भी आंदोलन होगा
दीपांकर ने कहा कि भाजपा की कोशिश विपक्षमुक्त लोकतंत्र है। लेकिन झारखंड के लोगों ने इसका जवाब दिया था। बिहार में कमजोर सरकार और मजबूत विपक्ष है। असम में बीजेपी को सत्ता से बेदखल करना है। बंगाल में उस रोकना है। उन्होंने कहा कि किसानों की कर्ज माफी के लिए झारखंड में भी वादा निभाओ अभियान शुरू होगा। 

माले राज्य कमेटी की दो दिवसीय बैठक का समापन
भाकपा माले राज्य कमेटी की दो दिवसीय बैठक का समापन हो गया। शहीद महेंद्र सिंह भवन, रांची में हुई बैठक में पार्टी के राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद पार्टी, विधायक विनोद कुमार सिंह केंद्रीय कमेटी के सदस्य मनोज भक्त , शुभेंदू सेन, गीता मंडल, पूर्व विधायक राजकुमार यादव, भुवनेश्वर केवट, आरएन सिंह रविंद्र भुयांमोहन दत्ता, उस्मान अंसारी, देवद्विप सिंह दिवाकर, गोतम मुंडा, सहदेव यादव, देवकी नंदन बेदिया, सीता राम सिंह, किसान नेता पूर्ण महतो, महिला नेत्री सुषमा मेहता, जयंती चौधरी, रामेश्वर चौधरी आदी मुख्य रूप से शामिल हुए।