डेस्क :
केंद्र सरकार की योजना अग्निपथ के तहत सेना में भर्ती होने वाले अभ्यर्थियों को शपथ पत्र देनी होगी। रक्षा मंत्रालय अभ्यर्थियों से शपथ पत्र लेगा कि वे किसी तरह की आगजनी या विरोध प्रदर्शन का हिस्सा नहीं बने थे। ANI की खबर के मुताबिक रक्षा मंत्रालय के एडिशनल सेक्रेटरी लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पांडे ने कहा कि अनुशासन भारतीय सेना की नींव है। यहां आगजनी या विरोध प्रदर्शन की कोई जगह नहीं है।
सभी को सर्टिफिकेट देना होगा
रक्षा मंत्रालय के एडिशनल सेक्रेटरी लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पांडे ने कहा कि सभी को इस बात के लिए सर्टिफिकेट देना होगा कि उन्होंने किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन या तोड़ फोड़ में भाग नहीं लिया था। इसके लिए सौ फीसदी पुलिस से सत्यापित कराना जरूरी होगा। वही लेफ्टिनेंट जनरल अरुण पुरी ने कहा कि अगर किसी भी अभ्यर्थी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुआ पाया जायेगा वह सेना में शामिल नहीं हो सकेगा। अभ्यर्थियों को सेना में फॉर्म भरने के समय यह लिखित में देने को कहा जाएगा कि उसने आगजनी या विरोध प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लिया है।
दिसंबर तक 25 हजार अग्निवीरों का नया बैच, 2023 में दूसरा
सेना भर्ती की नई योजना अग्निपथ योजना को लेकर लेफ्टिनेंट जनरल बंसी पोनप्पा ने कहा कि हमें इस साल दिसंबर के अंत तक 25 हजार अग्निवीरों का पहला बैच मिल जाएगा। इसके बाद फरवरी 2023 तक दूसरे बैच की शुरुआत की जाएगी। इस बैच में करीब 40 हजार अग्निवीरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
सेना जवानों की उम्र का पहलू चिंताजनक
पीसी में शीर्ष रक्षा अधिकारी ने कहा कि भारतीय सेना में 30 साल की उम्र वाले सैनिकों की बड़ी संख्या है। सेना जवानों की उम्र का पहलू चिंताजनक है। ऐसे में हम सेना में जोश और होश दोनों का कांबिनेशन चाहते हैं। रक्षा मंत्रालय में सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अरुण पुरी ने कहा कि हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं से समय से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं। किसी ने कभी उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की कि वे सेवानिवृत्ति के बाद क्या करेंगे।