द फॉलोअप नेशनल डेस्क
लेखिका और सोशल एक्टिविस्ट अरुंधति राय के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम यानी UAPA की धाराओं के खिलाफ मुकदमा चलेगा। इसके लिए दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने स्वीकृति दी है। सक्सेना ने इसके साथ ही कश्मीर सेंट्रल यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल लॉ के पूर्व प्रोफेसर डॉ शेख शौकत हुसैन के खिलाफ भी UAPA के तहत मुकदमा चलाने की स्वीकृति दी है। दोनों पर भड़काऊ भाषण और कश्मीर में सरकार की कार्रवाई के खिलाफ बयान देने का आरोप लगाया गया है।
क्या है मामला
आरुंधति और डॉ शेख शौकत के खिलाफ सुशील पंडित नाम के व्यक्ति ने 14 साल पहले 2010 में शिकायत की थी। दोनों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी थी। लेकिन कार्रवाई अब हुई है। बहरहाल, सुशील पंडित ने अपनी शिकायत में कहा है कि 21.10.2010 को एलटीजी ऑडिटोरियम, कॉपरनिकस मार्ग, नई दिल्ली में "आज़ादी - द ओनली वे" के बैनर तले आयोजित एक सम्मेलन में कथित तौर पर लेखिका राय और शैकत की ओर से भड़काऊ भाषण दिए थे।
ये आरोप लगाये गये हैं
प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि गिलानी और अरुंधति रॉय ने मंच से यह प्रचार किया कि कश्मीर कभी भी भारत का हिस्सा नहीं था। कहा कि भारत के सशस्त्र बलों द्वारा जबरन उस पर कब्जा किया गया था। भारत राज्य से जम्मू-कश्मीर राज्य की स्वतंत्रता के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए। मिली खबर के मुताबिक शिकायतकर्ता की ओऱ से इसकी रिकॉर्डिंग भी दिल्ली के उपराज्यपाल सक्सेना को उपलब्ध करायी गयी थी।