द फॉलोअप डेस्क
बीते कुछ दिनों से सर्पदंश के मामले काफी बढ़ गए हैं। बारिश के मौसम में सांप कांटने के मामले में बढ़ोतरी होती है। ऐसा कई बार देखा गया है कि जानकारी के अभाव में लोग डॉक्टर के पास जानें को बजाय झाड़ फूंक की ओर चले जाते हैं जिससे कई बार लोगों की जान पर बन आती है। ऐसे में ये जानना जरूरी है कि सांप काट ले तो व्यक्ति को क्या करना चाहिए। डॉक्टरों की मानें तो सर्पदंश के बाद कई लोग उस स्थान पर रस्सी या कपड़ा से बांध देते हैं। यह खतरनाक हो सकता है। डॉक्टरों की मानें तो उस स्थान पर किसी भी हाल में छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। उस स्थान पर कई लोग रस्सी बांध देते हैं, ऐसा जानलेवा हो सकता है। कई बार संबंधित हिस्से को कटाने तक की नौबत आ जाती है।
सांप काटने पर खून निकलना फायदेमंद
सांप काटने पर अगर खून निकलता है तो उस स्थान पर छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। मुंह से चूसकर निकालने की जरूरत नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार सांप काटने से अगर खून निकल रहा है तो वह फायदेमंद ही है, नुकसानदेह नहीं है। डॉ संजय के अनुसार एंटी स्कैन वेनम तब तक ही कारगर है जबतक विष फ्री ब्लड में है। रिसेप्टर में जाने से यह कारगर नहीं होता। व्यक्ति की किडनी तक खराब हो जाती है।
बारिश की शुरुआत में खेत में जूता पहन कर न जाए
बारिश की शुरुआत होते ही ग्रामीण या हल्के जंगल वाले क्षेत्र में सांप विचरण करते हैं। ऐसे में उन इलाकों में बिना जूता पहने नहीं निकलना चाहिए। बिना लाइट के भी निकलना नहीं चाहिए। वहीं, वन्य संरक्षक बताते हैं कि बिना जहर वाले सांपों को आसपास के क्षेत्रों से मारकर नहीं भगाना चाहिए। ऐसे सांपों को खत्म करने का मतलब है, विष वाले सांपों को आमंत्रित करना। अनुमान के अनुसार झारखंड में सांपों की कुल 25 प्रजातियां हैं। इनमें गेहुअन, करेत और सियार चंदा ही जहरीले हैं। इनकी पहचान रखनी चाहिए।