द फॉलोअप डेस्क
संयुक्त संसदीय समिति (JPC) ने आज वक्फ संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी है। समिति ने बैठक में 44 प्रस्तावित बदलावों में से 14 को स्वीकार किया है। यह रिपोर्ट आगामी बजट सत्र में संसद के समक्ष पेश की जाएगी। समिति का नेतृत्व भाजपा सांसद जगदंबिका पाल कर रहे थे। इस बीच विपक्ष ने आरोप लगाया कि उनके सुझावों को नजरअंदाज किया गया।
वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर JPC की बैठक के बाद इसके एक सदस्य TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा, "आज उन्होंने वही किया जो उन्होंने तय किया था। उन्होंने हमें बोलने नहीं दिया। किसी भी नियम या प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। शुरू में, हमने दस्तावेज, अभ्यावेदन और टिप्पणियां मांगी थीं। वे सभी चीजें हमें नहीं दी गईं। उन्होंने खंड दर खंड चर्चा शुरू कर दी। हमने कहा, पहले चर्चा करते हैं। जगदंबिका पाल ने चर्चा ही नहीं होने दी। फिर वे संशोधन प्रस्ताव लेकर आए।‘
उन्होंने आगे कहा, हम सभी को संशोधन प्रस्ताव पर बोलने नहीं दिया गया। उन्होंने खुद प्रस्ताव पेश किया, गिना और घोषणा की। सभी संशोधन पारित हो गए। हमारे संशोधन खारिज कर दिए गए और उनके संशोधन को अनुमति दे दी गई। यह एक दिखावा था। यह लोकतंत्र का काला दिन है... जगदंबिका पाल लोकतंत्र के सबसे बड़े ब्लैकलिस्टर हैं। वे एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने लोकतंत्र को नष्ट कर दिया है।