द फॉलोअप डेस्क
उत्तर प्रदेश के महराजगंज में निषाद पार्टी के प्रदेश सचिव धर्मात्मा निषाद ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इससे पहले उन्होंने फेसबुक पर एक लंबी पोस्ट लिखी, जिसमें पार्टी प्रमुख मंत्री संजय निषाद और उनके बेटों पर गंभीर आरोप लगाए। यह घटना पनियरा थाना क्षेत्र की है। धर्मात्मा निषाद ने अपनी पोस्ट में लिखा कि वह पिछले 10 वर्षों से पार्टी के लिए काम कर रहे थे, लेकिन जब उनकी लोकप्रियता बढ़ी, तो संजय निषाद और उनके बेटों ने उन्हें कमजोर करने की साजिश रची। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कराए गए और जेल तक भेजा गया।
परिवार का आरोप: "मेरे पति को मरने पर मजबूर किया गया" धर्मात्मा निषाद की पत्नी ने भावुक होकर कहा कि डॉ. संजय निषाद, प्रवीण निषाद और श्रवण निषाद ने उनके पति को आत्महत्या के लिए मजबूर किया। उन्होंने इसे सुनियोजित साजिश करार दिया और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की।
धरना और विरोध प्रदर्शन, पुलिस अलर्ट पर
धर्मात्मा निषाद की मौत की खबर फैलते ही निषाद समाज के लोग उनके घर के बाहर इकट्ठा हो गए। परिवार ने अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। हालात को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। धर्मात्मा निषाद के भाई अमरेंद्र निषाद ने भी संजय निषाद और उनके बेटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री संजय निषाद ने कहा कि धर्मात्मा पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता थे और उनकी आत्महत्या दुखद है। उन्होंने सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ किए गए आरोपों को एक साजिश बताया और निष्पक्ष जांच की मांग की।