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कोविड अपडेट : कोरोना में अनाथ हुए बच्चों के लिए पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन योजना, मिलेगा ये लाभ

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डेस्क: 

कोरोना महामारी के दौरान अनाथ हुए बच्चों के लिए प्रधानमंत्री ने बड़ी पहल की है। प्रधानमंत्री 'पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन योजना' के तहत आज स्कॉलरशिप ट्रांसफर कर रहे हैं। पीएम ने ऐलान किया कि ऐसे बच्चों को उनकी हायर एजुकेशन के लिए लोन चाहिए होगा तो पीएम केयर्स उसमें उनकी मदद करेगा। उनके लिए अंत्योदय योजनाओं के जरिए हर महीने 4 हजार रुपये की व्यवस्था भी की गई है।

23 साल के होने पर 10 लाख रुपए  मिलेंगे
कोरोना महामारी ने कई बच्चों से उनके माता-पिता दोनों को छीन लिया था। ऐसे बच्चों की पूरी जिम्मेदारी PM केयर फॉर चिल्ड्रन उठाएगा। ऐसे बच्चों की कॉपी-किताब से लेकर उनके हायर एजुकेशन का भार PM केयर फॉर चिल्ड्रन उठाएगा। ऐसे बच्चों को 18 साल से 23 साल तक स्टाइपेंड मिलेगा। 23 साल के होंगे तो 10 लाख रुपए और मिलेंगे। कोई बीमारी कभी आ गई तो इलाज के लिए पैसे चाहिए होंगे। उनके गार्जियन को उसके लिए भी परेशान होने की जरूरत नहीं है। 

5 लाख तक का इलाज मुफ्त में किया जायेगा
पीएम मोदी ने कहा कि आपको आयुष्मान कार्ड दिया जा रहा है। इससे 5 लाख तक के इलाज का इलाज मुफ्त मिलेगा। पीएम ने आगे कहा कि एक छोटा सा प्रयास है। जिनके माता-पिता नहीं रहे। पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन इस बात का भी प्रतिबिंब है कि हर एक देशवासी आपके साथ है। मुझे संतोष है कि बच्चों की अबाधित पढ़ाई के लिए उनके घर के पास ही सरकारी या प्राइवेट स्कूल में एडमिशन कराया जा चुका।

क्या है PM केयर फॉर चिल्ड्रन योजना
इस स्कीम का मकसद बच्चों को भोजन और घर उपलब्ध कराकर उनकी देखभाल और सुरक्षा सुनिश्चित करना है। ऐसे बच्चों को शिक्षा और स्कॉलरशिप के जरिए सशक्त बनाने के साथ 23 साल की उम्र में 10 लाख रुपए की वित्तीय सहायता देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। यह स्कीम हेल्थ इंश्योरेंस के जरिए ऐसे बच्चों की सेहत का भी ख्याल रखती है। इसके तहत उन्हें 5 लाख रुपए का हेल्थ इंश्योरेंस मिलेगा।