द फॉलोअप डेस्क
अमेरिका से 205 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर आया एक सैन्य विमान बुधवार दोपहर अमृतसर में उतरा। यह डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा अवैध प्रवासियों पर पहली बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। इस विमान में सवार कुल 30 प्रवासी पंजाब के निवासी थे। श्री गुरु राम दास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमान की लैंडिंग कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुई। पंजाब पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर कार्गो गेट और हवाई अड्डे के एक अन्य प्रवेश द्वार को बैरिकेडिंग कर घेर लिया था। अमृतसर हवाई अड्डे के निदेशक, डिप्टी कमिश्नर, पुलिस कमिश्नर और सीआईएफ निदेशक ने इस मामले को लेकर बैठक की थी। एक अधिकारी ने मंगलवार को पुष्टि की थी कि प्रवासियों को लेकर आ रहा सी-17 विमान भारत के लिए रवाना हो चुका था।
यह घटना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा से ठीक पहले हुई है। अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात कर विभिन्न वैश्विक मुद्दों, विशेष रूप से प्रवास नीति पर चर्चा करेंगे।
हाल ही में ट्रंप और मोदी के बीच हुई बातचीत में प्रवास मुद्दे पर चर्चा हुई थी। ट्रंप ने कहा था, "हमने मोदी जी के साथ प्रवास मुद्दे पर चर्चा की। जब अवैध प्रवासियों को वापस लेने की बात आएगी, तो भारत सही कदम उठाएगा।"
भारत ने अमेरिका को आश्वस्त किया है कि वह अवैध प्रवासियों को वापस लेने में पूरा सहयोग करेगा। पिछले महीने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा था, "हम अवैध प्रवास के खिलाफ हैं, खासकर जब यह संगठित अपराध से जुड़ा हो।"
उन्होंने आगे कहा, "अमेरिका ही नहीं, बल्कि दुनिया के किसी भी देश में यदि कोई भारतीय नागरिक बिना वैध दस्तावेजों के रह रहा है और वह भारतीय नागरिक है, तो हम उसे वापस लेने के लिए तैयार हैं। बशर्ते, हमें उनके दस्तावेज साझा किए जाएं ताकि हम उनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि कर सकें। यदि यह पुष्टि हो जाती है, तो हम उनकी वापसी की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे।"