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दिल्ली : कांग्रेस में अब कोई G-23 नहीं है, मुझे हासिल है सभी वरिष्ठ नेताओं का समर्थन- मल्लिकार्जुन खड़गे

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दिल्ली: 

कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के सबसे मजबूत दावेदार कहे जा रहे मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को प्रेंस कांफ्रेंस किया। मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया। मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि मैंने जिस दिन नामांकन दाखिल कर दिया, उसी दिन पार्टी में अपने मौजूदा पद से इस्तीफा दे दिया। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ये उदयपुर में लिए गये पार्टी के एक व्यक्ति-एक पद के फैसले का हिस्सा था। यही सही भी है। 

वरिष्ठ नेताओं ने मुझे किया प्रोत्साहित! 
मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आज आधिकारिक रूप से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए हो रहे चुनाव में अपने कैंपेन का आगाज कर रहा हूं। खड़गे ने कहा कि बहुत सारे वरिष्ठ नेताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए मेरे नामांकन का समर्थन किया है। उन्होंने ही मुझसे कहा था कि मुझे अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ना चाहिए। उनके प्रोत्साहन और समर्थन की वजह से ही मैंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए हो रहे चुनाव में हिस्सा लेने का फैसला किया। 

कांग्रेस में अब कोई जी-23 समूह नहीं है!
कभी कांग्रेस के 23 नेताओं ने सामूहिक चिट्ठी लिखकर कांग्रेस पार्टी और शीर्ष नेतृत्व पर सवाल उठाया था। इस बाबत सवाल पूछे जाने पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यहां अब कोई जी-23 नहीं है। जी-23 में शामिल सभी नेता अब आपसी मतभेद भुलाकर साथ मिलकर काम करना चाहते हैं। वे सामूहिक रूप से बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ संघर्ष करना चाहते हैं। 

 

कांग्रेस पार्टी के 3 प्रवक्ताओं ने दिया इस्तीफा
प्रेस वार्ता के दौरान ही कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक राष्ट्रीय प्रवक्ताओं, गौरव वल्लभ, दीपेंदर सिंह हुड्डा और सैयद नसीर हुसैन ने इस्तीफा दे दिया। गौरव वल्लभ ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि हम तीनों ने इस्तीफा देने का ऐलान किया क्योंकि हमलोग सक्रिय होकर मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए कैंपेन करेंगे। कहा कि चूंकि पार्टी में एक व्यक्ति-एक पद का फॉर्मूला चल रहा है। हमलोग प्रवक्ता रहते हुए किसी व्यक्ति विशेष के लिए प्रचार नहीं कर सकते इसलिए इस्तीफा दिया।