द फॉलोअप डेस्क
पलामू के पांकी में रहने वाली 10 वर्षीय नाबालिग के साथ गुजरात के भारूज में हुए दुष्कर्म के बाद उसकी मौत हो गई थी। बुधवार की देर शाम पीड़िता का शव पलामू के पांकी लाया गया। पीड़िता के अंत्येष्टि में झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधाकृष्ण, स्थानीय विधायक डॉ शशिभूषण मेहता, पलामू डीसी शाशिरंजन और अन्य अधिकारी मौजूद थे। पीड़िता के परिवार को झारखंड सरकार की तरफ से 4 लाख रुपये की सहायता राशि दी गई है और पुनर्वास की व्यवस्था की जा रही है। प्रशासन ऐसी योजना तैयार कर रही है ताकि लोगों को पलायन न करना पड़े।
वित्त मंत्री राधाकृष्ण ने कहा कि यह घटना बेहद दुखद और गंभीर है। राज्य सरकार इस मामले में सख्त कानूनी कार्रवाई करेगी। उन्होंने बताया कि घटना की शुरुआत से ही सरकार लगातार समीक्षा कर रही है। पीड़िता की मौत की सूचना मिलने पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गहरी संवेदना व्यक्त की। वित्त मंत्री ने बताया कि मंगलवार रात मुख्यमंत्री ने पीड़िता की अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए मेरे साथ पूर्व मंत्री बैद्यनाथ राम को भेजा। राज्य सरकार की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उन्होंने बताया कि घटना के समय सरकार ने 4 लाख रुपये की सहायता राशि दी थी। अब जिला प्रशासन ने अंत्येष्टि के लिए एक लाख रुपये की मदद का ऐलान किया है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत पीड़िता के परिवार को लाभ दिया जाएगा। सरकार की ओर से परिवार को अबुआ आवास योजना के तहत घर, मनरेगा के तहत सिंचाई कूप और जरूरत पड़ने पर सरकारी नौकरी देने की बात कही गई है। साथ ही, पांकी के बीडीओ और सीओ को निर्देश दिया गया है कि परिवार को सभी सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जाए।
बता दें कि पलामू के पांकी की रहने वाली 10 वर्षीय नाबालिग का 16 दिसंबर को गुजरात के भरूच में दुष्कर्म हुआ था। इलाज को दौरान पीड़िता की मौत 23 दिसंबर को हो गयी थी। आरोपी उनका पड़ोसी ही था। वह पालमू के विश्रामपुर का रहने वाला है और पीड़िता के पिता के साथ मजदूरी करता था। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने पीड़िता को बहला-फुसलाकर जगह पर ले जाकर दुष्कर्म किया था। वहीं इस घटना के तुरंत बाद मंत्री दीपिका पांडेय सिंह को गुजरात भेजा गया था। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस जघन्य अपराध के दोषी को फांसी की सजा दी जानी चाहिए।