द फॉलोअप डेस्क
आठ भारतीयों पर जासूसी का आरोप लगाकर कतर की एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई है। ये सभी नागरिक पूर्व भारतीय नौसेना के अफसर हैं। भारत के विदेश मंत्रालय ने इस पर आपत्ति जतायी है और कहा है कि हम मामले की डिटेल का इंतेजार कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने इस मामले में कहा है कि हम अफसरों के परिवार औऱ कानूनी जानकारों के संपर्क में हैं। सरकार सभी आठ भारतीय अफसरों की सकुशल देश वापसी की दिशा में काम कर रही है।
Eight Senior Citizen Naval Veterans are still languishing in solitary confinement at Doha in Qatar for more than 7 Months now despite assurances at Parliament by Hon'ble EAM in the month of December that " their interests are foremost in our minds. @narendramodi @PMOIndia
— Meetu Bhargava (@DrMeetuBhargava) March 30, 2023
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2022 में किया गया था सभी को अरेस्ट
मिली खबर के मुताबिक इन आठ नौसेना अफसरों को 2022 में गिरफ्तार किया गया था। कतर सरकार ने इन पर इजरायल के लिए जासूसी करने के आरोप लगाये हैं। वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि इन सबको 2022 के अगस्त महीने में कतर पुलिस ने अरेस्ट किया था। इसके बाद गिरफ्तार नौसेना अफसरों में से एक की बहन ने ट्वीट किया था कि कतर में भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अफसर दो महीने से हिरासत में हैं। जिसका कोई कानूनी आधार नहीं बनता है।
ये है इन अफसरों पर आरोप
वहीं कतर के मीडिया हाउस अल-जजीरा की रिपोर्ट की मानें तो इन भारतीय अफसरों पर कतर के सबमरीन प्रोजेक्ट से संबंधित कुछ अहम जानकारी इजरायल को बेचने का आरोप है। बता दें कि सभी आठ भारतीय नौसैनिक अफसर दोहा की एक निजी कंपनी अल-दहरा में काम करते थे। इस कंपनी का काम मुख्य काम कतर की सेना को ट्रेनिंग और सामान आपूर्ति करना था। हालांकि ये कंपनी अब बंद हो चुकी है।
इसी साल बंद हो गयी कंपनी
विभिन्न रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इन सभी अफसरों ने कतर की सबमरीन संबंधी जानकारी इसी बंद हो चुकी कंपनी से ली और उसका सौदा इजरायल से किया। कंपनी के मालिक ने इसे 2023 की मई में बंद कर दिया है। इसमें कुल 75 भारतीय नागरिक नौकरी करते थे। इन सभी को कंपनी ने निकाल दिया है। इस मामले में कतर सरकार का कहना है कि वो इटली के साथ एक सबमरीन समझौते को पूरा करने में लगा हुआ है। आठ भारतीय अफसरों ने इसी समझौते की कुछ अहम जानकरी इजरायल सरकार को दी है।
इन अफसरों को सुनाई गई है मौत की सजा
1. कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा
2. कमांडर अमित नागपाल
3. कैप्टन सौरभ
4. कमांडर पूर्णेंदू तिवारी
5. कमांडर सुगुनाकर पकाला
6. कमांडर संजीव
7. रागेश
8. कैप्टन नवतेज सिंह गिल