दिल्ली:
यूकेन विवाद थमने की जगह बढ़ता ही जा रहा है। देर रात जो हुआ, उससे समूची दुनिया में हलचल है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने यूक्रेन को बांट डाला। उन्होंने साेमवार काे घोषणा की कि अब लुहांस्क-डोनेस्टक नया देश होगा। इस एलान के साथ ही पुतिन ने लुहांस्क-डोनेस्टक और अलगाववादियों के कब्जे वाले इलाके में सेना भेजना शुरू कर दिया। जिसका असर भारत समेत समूची दुनिया पर पड़ा है। भारतीय शेयर मार्केट खुलते ही बाजार 1000 पॉइंट पर लुढ़क गया। भारत ने मामले में कहा कि युद्ध समस्या का हल नहीं है। रूस को सलाह दी गई है कि बातचीत से मसले को सुलझाना चाहिए।
यूक्रेन में 20 हजार से अधिक भारतीय
भारत की सबसे अधिक चिंता यूक्रेन में रह रहे अपने नागरिकों की है। यूक्रेन में करीब 20 हजार से अधिक भारतीय रहते हैं। भारत यूक्रेन से अपने नागरिकों को बाहर निकालने की जुगत में लग गया है। एयर इंडिया विमान को भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए भेज दिया है। यूक्रेन के बोरिस्पिल से भारतीय छात्रों, नागरिकों को एयर इंडिया का पहला विशेष विमान एआई-1946 वापस लेकर आएगा।
अमेरिका और ब्रिटेन ने क्या कहा
यूक्रेन-रूस विवाद बढ़ने के बाद दुनिया में हलचल मच गई है। अमेरिका का कहना है कि रूस 1 लाख 90 हजार सैनिकों के साथ यूक्रेन पर हमला करने की योजना बना रहा है। ब्रिटेन ने कहा- रूस को अपने कदम वापस लेना चाहिए। इधर, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद UNSC ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है जो अभी जारी है। जिसमें भारत की ओर से अपना पक्ष रखते हुए स्थायी प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति ने कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच बॉर्डर पर चल रहा तनाव गहरी चिंता का विषय है। ये तनाव इस क्षेत्र की शांति को भंग कर सकते हैं। हम दोनों ही पक्षों से संयम बरतने की अपील करते हैं।