द फॉलोअप डेस्क
योग गुरु बाबा रामदेव के पतंजलि पर झूठे और भ्रमक प्रचार करने का आरोप लगाया गया है। इसे लेकर बाबा रामदेव ने आज प्रेंस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर हम गलत है तो हमपर 1000 करोड़ का जुर्माना ठोक दो। हमें मृत्युदंड दे दो। लेकिन अगर हम झूठे नहीं है तो उनलोगों को सजा दी जाए जो वास्तव में दोषी है और पतंजलि को लेकर गलत जानकारी फैला रहे हैं। दरअसल, मंगलवार को IMA की एक याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि को झूठे और भ्रामक विज्ञापनों को लेकर अगाह किया है।
डॉक्टरों ने एक समूह योग, आयुर्वेद आदि के खिलाफ करता है प्रचार- बाबा रामदेव
बाबा रामदेव ने कहा कि कल से अलग-अलग मीडिया साइट्स पर एक खबर वायरल हो रही है कि सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि को फटकार लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर आप गलत प्रचार करेंगे तो आप पर जुर्माना लगाया जाएगा। हम SC का सम्मान करते हैं लेकिन हम कोई गलत प्रचार नहीं कर रहे हैं। कुछ डॉक्टरों ने एक समूह बनाया है जो लगातार योग, आयुर्वेद आदि के खिलाफ प्रचार करता है। अगर हम दोषी है तो मृत्युदंड के लिए भी तैयार है। लेकिन अगर हम झूठे नहीं हैं, तो उन लोगों को दंडित करें जो वास्तव में झूठा प्रचार कर रहे हैं। पिछले 5 वर्षों से रामदेव और पतंजलि को निशाना बनाकर दुष्प्रचार किया जा रहा है।
#WATCH | Haridwar, Uttarakhand: Yog Guru Swami Ramdev says, "Since yesterday, on different media sites, one news story has gone viral that the Supreme Court (SC) reprimanded Patanjali. SC said that if you do false propaganda, then you will be fined... We respect SC. But we are… pic.twitter.com/goYHV337QM
— ANI (@ANI) November 22, 2023
IMA ने डाली थी याचिका
मंगलवार (21 नवंबर) को IMA की एक याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि को झूठे और भ्रामक विज्ञापनों को लेकर अगाह किया है। उन्होंने ऐसे विज्ञापनों को तुरंत रोकना को कहा है। अदालत ने कहा है कि वह ऐसे किसी भी उल्लंघन को बहुत गंभीरता से लेगी। बता दें कि IMA ने अपनी याचिका पर पतंजलि के कई विज्ञापनों का हवाला दिया था जिसमें कथित तौर पर एलोपैथ और डॉक्टरों को गलत तरीके से दिखाया गया है। इसमें यह भी कहा गया है कि इससे आम जनता को गुमराह किया जा रहा है।
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