डेस्क:
कुछ ही महीने पहले ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी का दामन थामने वाले यशवंत सिन्हा ने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया। यशवंत सिन्हा ने टीएमसी छोड़ने का ऐलान करते हुए कहा कि अब वो वृहद विपक्षी एकता के व्यापक राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए काम करेंगे। बीते कई दिनों से ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम आगामी राष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार के रूप में सामने आया था।
I am grateful to Mamataji for the honour and prestige she bestowed on me in the TMC. Now a time has come when for a larger national cause I must step aside from the party to work for greater opposition unity. I am sure she approves of the step.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) June 21, 2022
ट्वीट करके दी इस्तीफे की जानकारी
यशंवत सिन्हा ने ट्वीट के जरिए तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा देने का ऐलान किया। लिखा कि, ममता जी ने मुझे जो सम्मान मुझे तृणमूल कांग्रेस में दिया, मैं उसके लिए आभारी हूं। अब समय आ गया है कि जब वृहद विपक्षी एकता के व्यापक राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए मुझे पार्टी से अलग होना होगा।
मुझे यकीन है कि ममता बनर्जी मुझे इसकी अनुमति देंगी।
राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए विपक्ष की मीटिंग
गौरतलब है कि 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए सयुक्त उम्मीदवार पर फैसला करने के लिए विपक्षी दलों की मंगलवार को दिल्ली में बैठक प्रस्तावित है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने मंगलवार सुबह एक ट्वीट किया। इस पोस्ट से इन अटकलों को बल मिला कि विपक्ष यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बना सकती है। हालांकि, एक अखबार द्वारा इस विषय में पूछे जाने पर यशवंत सिन्हा ने कहा कि वे इस ट्वीट से आगे कुछ नहीं कहना चाहते।
पूर्व केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं यशवंत सिन्हा
गौरतलब है कि यशवंत सिन्हा ने भारत के वित्त और विदेश मंत्री के रूप में काम किया है। वे प्रशासनिक अधिकारी रह चुके हैं। हालांकि, मोदी सरकार के आने के बाद यशवंत सिन्हा और बीजेपी के बीच टकराव बढ़ता रहा। साल 2018 में उन्होंने बीजेपी छोड़ दी। टीएमसी ने यशवंत सिन्हा को उपाध्यक्ष का पद दिया था। अब उनके इस्तीफे से चर्चा तेज हो गई है।