logo

अब पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी हुए जबरिया रिटायर! बोले- कृष्णानगर का क्लिनिक इंतजार कर रहा है

a729.jpeg

द फॉलोअप नेशनल डेस्क:

देश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने भी सक्रिय राजनीति से संन्यास का ऐलान कर दिया है। उन्होंने रविवार को ट्विटर (एक्स) पर लंबा-चौड़ा पोस्ट लिखकर इस बात का ऐलान किया। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि 30 दशक लंबे राजनीतिक जीवन के बाद अब कृष्णानगर का क्लिनिक मेरा इंतजार कर रहा है। गौरतलब है कि शनिवार को बीजेपी ने 195 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की लेकिन इसमें डॉ. हर्षवर्धन का नाम शामिल नहीं था। डॉ. हर्षवर्धन 2014 में मोदी के पहले कार्यकाल में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री थे। पिछले दिल्ली विधानसभा चुनाव में वे बीजेपी की तरफ से सीएम पद का चेहरा भी थे। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि 30 साल के शानदार चुनावी करियर के दौरान मैंने 5 बार विधानसभा और 2 बार लोकसभा का चुनाव लड़ा। जीता भी। पार्टी संगठन में कई प्रतिष्ठित पदों पर काम किया। अब अपनी जड़ों की ओर लौटने का वक्त आ गया है। 

डॉ. हर्षवर्धन ने अपने ट्वीट में क्या लिखा
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि 50 साल पहले मैंने गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने की इच्छा से जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज (कानपुर) में एमबीबीएस में दाखिल लिया था। मानव जाति की सेवा की मेरा आदर्श वाक्य था। मैं हमेशा दिल से स्वयंसेवक रहा और अंतिम व्यक्ति की सेवा करने के प्रयास के दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय दर्शन का कायल भी हूं। उन्होंने कहा कि आरएसएस के आग्रह पर मैं पहली बार चुनावी मैदान में उतरा। वे मुझे मना सके क्योंकि राजनीति में मेरा ध्येय गरीबी, बीमारी और अज्ञानता के खिलाफ लड़ना था। 

 

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुझे कोई पश्चाताप नहीं है। मेरी राजनीतिक पारी अद्भुत रही। मैंने आम आदमी की सेवा की। दिल्ली का स्वास्थ्य मंत्री रहा। 2 बार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के रूप में देश की सेवा की। पोलियो मुक्त भारत बनाने की दिशा में मैंने उल्लेखनीय काम किये। कोविड-19 से जूझ रहे लाखों देशवासियों की देखभाल करने का भी मौका मिला। उन्होंने कहा कि मैंने कभी जिम्मेदारियों से मुंह नहीं मोड़ा। 
उन्होंने ऐलान किया है कि वे तंबाकू और शराब सेवन के खिलाफ, जलवायु परिवर्तन के खिलाफ और जलवायु जीवन शैली सिखाने के लिए काम करते रहेंगे।