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लापरवाही  : पिता ने बोरवेल खुदवा कर खुला छोड़ा, अब उसी में गिरे बेटे को बचाने की कर रहा जद्दोजेहद

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डेस्क : 
छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में बोरवेल में गिरे बच्चे को 43 घंटे बाद भी निकाला नहीं जा सका है। 11 वर्षीय बच्चे को बाहर निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। जिंदा रहने की जिद में बच्चा अब खुद भी रेस्क्यू में मदद कर रहा है।दरअसल, बोरवेल की दीवारों से थोड़ा-थोड़ा पानी रिस रहा और बच्चा ऊपर से भेजे गए बाल्टी में पानी को भरने में मदद कर रहा है।

सारे प्रयास विफल, अब रोबोटिक्स इंजीनियर की ली जा रही है मदद 
रेस्क्यू के 43 घंटे बीतने के बाद अब रोबोटिक्स इंजीनियर की ली जा रही है। मौके पर पहुंचे रोबोटिक्स इंजीनियर महेश अहीर ने कहा कि सबकुछ ठीक रहा तो बच्चे को आधे घंटे के भीतर निकाल लेंगे। उन्होंने कहा कि हम पहले रोबोट को बोरवेल के अंदर ले जाएंगे, उसके बाद स्थिति का जायजा लेंगे। वहीं अधिकारियों ने बताया अभी तक लगभग 70 फुट का गड्ढा किया जा चुका है तथा इस कार्य में अभी पांच से छह घंटों का समय और लग सकता है। बचाव कार्य में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और भारतीय सेना के विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है।

खेलने के दौरान हुआ हादसा
जांजगीर-चंपा के पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने बताया कि बच्चे का नाम राहुल साहू है। वह शुक्रवार दोपहर खेलने के लिए अपने घर के पीछे गया था। खेल के दौरान बच्चा वहां खुले बोरवेल में गिर गया सूचना मिलते ही प्रशासन अलर्ट हो गया। रेस्क्यू ऑपरेशन  शाम चार बजे से लगातार जारी रही है। 

लापरवाही से हुआ हादसा 
बोरवेल में गिरे बच्चे के पिता लाला राम साहू ने बताया कि यह बोरवेल करीब 80 फीट गहरा है, जो उन्होंने अपने घर के पीछे बने खेत में खुदवाया था। हालांकि, पानी नहीं निकलने पर उसे खुला ही छोड़ दिया गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बच्चे को बचाने के लिए प्रशासन को सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।