डेस्क:
भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने जमीन आधारित पोर्टेबल लॉंचर से कम दूरी वाले एयर डिफेंस सिस्टम मिसाइल का सफल परीक्षण किया। डीआरडीओ ने 2 मिसाइलों का सफल परीक्षण किया। ओडिशा तट से कुछ दूरी पर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज से इन मिसाइलों को लांच किया गया। रक्षा आयात को कम करने की दिशा में डीआरडीओ द्वारा किया गया ये अहम प्रयास है।
#WATCH | DRDO (Defence Research and Development Organisation) conducted two successful test flights of Very Short Range Air Defence System (VSHORADS) missile on 27 Sep 2022 from a ground-based portable launcher from Integrated Test Range, Chandipur, off the coast of Odisha. pic.twitter.com/UFynnRMgGd
— ANI (@ANI) September 27, 2022
अत्याधुनिक तकनीकों का हुआ है इस्तेमाल
डीआरडीओ ने बताया कि मिसाइल की आसान परिवहन को सुनिश्चित करने के लिए इसमें लांचर सहित मिसाइल के डिजाइन को ज्यादा अनुकूलित बनाया गया है। डीआरडीओ ने बताया कि दोनों परीक्षण मिशन के उद्देश्यों को पूरा करते हैं। इस एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम में लघु प्रतिक्रिया प्रणाली के अलावा एकीकृत एवियोनिक्स जैसी कई नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। कम दूरी पर कम ऊंचाई वाले खतरों को बेअसर करने के लिए विकसित की गई इन मिसाइलों को ठोस मोटर द्वारा संचालित किया जाता है।
रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में आएगी क्रांति!
गौरतलब है कि भारत का रक्षा आयात कम करने तथा रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा लगातार हथियार तथा उपकरणों का निर्माण एवं विकास किया जा रहा है। हाल ही में डीआरडीओ ने विस्फोटक ले जा सकने में सक्षम तथा सटीक हमला करने के उद्देश्य से निर्मित ड्रोन का सफल परीक्षण भी किया है।