द फॉलोअप डेस्कः
उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद के मधुबन बापूधाम थानाक्षेत्र में एक दंपती के गोली लगे शव मिले हैं। जानकारी के अनुसार विनोद (38) और उसकी पत्नी गाजियाबाद में करीब 18 से 20 साल से रहते थे। वह प्रॉपर्टी डीलर थे और फ्लैट बनाकर बेचते थे। उनके दो बच्चे हैं। परिजनों ने बताया कि सीसीटीवी में देखा गया है कि बीती रात करीब साढ़े दस बजे वह दोनों अपने गाजियाबाद के मकान से कार से निकले थे। इसके बाद पत्नी का शव गाड़ी के अंदर मिला, जबकि विनोद का शव गाड़ी से लगभग 50 मीटर दूर पड़ा मिला। सूत्रों के अनुसार पति पत्नी में कुछ मनमुटाव चल रहा था। दोनों की मौत की खबर जब परिवार को मिली तो कोहराम मच गया।
कंपनी बंद होने से अवसाद में थे
ऐसी आशंका जताई जा रही है कि पति ने पहले पत्नी को गोली मारी फिर खुद भी गोली मारकर सुसाइड कर लिया। पुलिस कई एंगल से मामले की जांच कर रही है। मृतक पत्नी दीपा चौधरी और पति विनोद चौधरी नेहरू नगर के महेंद्रा एंकलेव इलाके के रहने वाले थे। फॉरेंसिक टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर सबूत इकट्ठा किए। मृतक दंपती के परिजनों ने बताया कि विनोद नोएडा की एक निजी कंपनी में काम करता था और कंपनी के बंद होने के कारण उनके पास कोई काम नहीं था। विनोद अपनी पत्नी के साथ बीती रात करीब 10 बजे अपने घर से निकला और मंगलवार सुबह दोनों के शव मधुबन बापूधाम थाना क्षेत्र के कमला नेहरू नगर इलाके में नशा मुक्ति केंद्र से कुछ दूरी पर सुनसान हालत में पड़े मिले। दोनो के शवों पर बुलेट इंजरी के निशान थे।
पहले भी सुसाइड करने का प्रयास कर चुके थे
पड़ोसियों ने बताया कि पहले भी दोनों आत्महत्या का प्रयास कर चुके थे। पति विनोद जिस कंपनी में काम करता था, वह बंद हो गई, जिस कारण दोनों अवसाद में चल रहे थे। विनोद के दोस्त अनुज चौधरी का कहना है कि दोनों रात करीब पौने दस बजे घर से निकले हैं। देर रात तक वापस नहीं आने पर 15 वर्षीय बेटी सोनम और सात वर्षीय बेटे शिवाय ने पड़ोसियों को सूचना दी।