पटना:
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने अपने पूर्व सहयोगी और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) पर जमकर निशाना साधा है। नीतीश कुमार ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आपने सुशील मोदी को यह कहते हुए सुना कि मैं उपराष्ट्रपति (Vice President) बनना चाहता था। ये क्या मजाक है। ये बिलकुल फर्जी और बेबुनियाद बात है। मेरी ऐसी कोई इच्छा नहीं थी।
#WATCH | "You heard a man (Sushil Modi) say that I wanted to be Vice President. What a joke! It's bogus. I had no such desire. Did they forget how much did our party support in Pres-VP polls?..Let them talk against me so that they get a position again," says Bihar CM Nitish Kumar pic.twitter.com/sj9Q7lqvbh
— ANI (@ANI) August 11, 2022
हमने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव में समर्थन दिया!
नीतीश कुमार ने सुशील कुमार मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या वे भूल गये कि हमने राष्ट्रपति (President Election) और उपराष्ट्रपति चुनाव (Vice President Election) में उनका कितना समर्थन किया। सीएम नीतीश ने कहा कि उनको मेरे खिलाफ बोलने दीजिए ताकि उनको फिर से कोई पद मिल सके। गौरतलब है कि हालिया राष्ट्रपति चुनाव में जेडीयू (JDU) ने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान किया था वहीं उपराष्ट्रपति चुनाव में भी जगदीप धनखड़ का समर्थन किया। इसके बाद मंगलवार को ये गठबंधन टूट गया।
सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर साधा था निशाना
गौरतलब है कि सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा था और उनको विश्वासघाती बताया था। सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि नीतीश कुमार को भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party)ने 5 बार बिहार का मुख्यमंत्री बनाया। उन्होंने दूसरी बार हमारे साथ धोखा किया। इसी दौरान सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार की महात्वाकांक्षा उपराष्ट्रपति बनने की थी लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो उन्होंने गठबंधन ही तोड़ लिया। सुशील कुमार मोदी ने ये भी कहा था कि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को नीतीश कुमार के नाम पर वोट नहीं मिला। यदि ऐसा हुआ होता तो एनडीए गठबंधन की सीटें 150 से 170 के पार होतीं और खुद जेडीयू महज 43 सीटों पर नहीं सिमटती।
नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ तोड़ लिया रिश्ता
दरअसल, 2020 में बीजेपी के साथ मिलकर बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले नीतीश कुमार ने मंगलवार को एनडीए से नाता तोड़ लिया। नीतीश कुमार ने एनडीए मुख्यमंत्री के रूप में राज्यपाल फागु चौहान को इस्तीफा सौंपा और साथ ही आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा किया। नीतीश कुमार ने राज्यपाल को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा जिसमें जेडीयू के 45, कांग्रेस के 19, आरजेडी के 79, लेफ्ट के 16, हम के 04 और 01 निर्दलीय विधायक शामिल है। जेडीयू का मानना है कि बीजेपी उनकी पार्टी को कमजोर करने की कोशिश कर रही थी।