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मुंबई : अग्निपथ स्कीम के समर्थन में आईं कंगना, प्राचीन गुरुकल परंपरा से की तुलना

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डेस्क: 

क्वीन फेम बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने अब केंद्र की अग्निपथ स्कीम का समर्थन किया है। शनिवार को कंगना रनौत ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम पर लंबी पोस्ट लिखकर कहा कि मैं सेना भर्ती प्रक्रिया के लिए लाई गई अग्निपथ स्कीम के लिए केंद्र सरकार के कदम का समर्थन करती हूं। उन्होंने कहा कि ये एक अच्छा प्रयास है। उन्होंने अपने समर्थन के तर्क में इस्त्राइल का उदाहरण दिया है, जहां हर युवा के लिए सैन्य प्रशिक्षण जरूरी होता है। 

 

इस्त्राइल जैसे देशों का दिया उदाहरण
अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में कंगना रनौत ने लिखा कि इस्त्राइल जैसे कई देशों में प्रत्येक नागरिक के लिए आर्मी ट्रेनिंग अनिवार्य होती है। हर नागरिक अपनी जिंदगी के कुछ साल सेना को देता है ताकि जिंदगी के कुछ मूल्य जैसे कि अनुशासन, राष्ट्रवाद और देशप्रेम की भावना सीख सके। वक्त आने पर यही युवा देश के लिए किसी भी कीमत पर लड़ने के लिए तैयार होते हैं। इस संदर्भ में अग्निपथ स्कीम और अहम हो जाता है कि क्योंकि इसमें करियर, रोजगार और पैसा भी है। 

 

मोदी सरकार के समर्थन में बोलीं कंगना
गौरतलब है कि कंगना रनौत बीते कुछ सालों से सार्वजनिक मंचों पर खुलकर केंद्र की मोदी सरकार के समर्थन में बोलती रही हैं। कंगना रनौत ने तो अग्निपथ स्कीम की तुलना प्राचीन गुरुकुल परंपरा तक से कर दी है। कंगना रनौत ने कहा कि पुराने समय में हर कोई गुरुकल जाकर शिक्षा ग्रहण करता था, ये बिलकुल वैसा है। बस यहां आपको उसके पैसे भी मिल रहे हैं।

उन्होंने कहा कि ऐसे वक्त में जबकि युवा ड्रग्स और पबजी गेम्स की वजह से बर्बाद हो रहे हैं, अग्निपथ स्कीम उनके लिए उम्मीद है। उन्होंने कहा कि हमें सरकार का समर्थन और उत्साहवर्धन करना चाहिए कि वे स्कीम लाये। 

अग्निपथ स्कीम का हो रहा व्यापक विरोध 
बता दें कि बीते मंगलवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री ने सैन्य भर्ती प्रक्रिया में बड़े बदलाव का संकेत देते हुए नई अग्निपथ स्कीम लांच की। इस स्कीम के तहत चुने गये सैनिकों को अग्निवीर कहा जाएगा जिनका कार्यकाल 4 साल का होगा। 4 साल के बाद चुने गये अग्निवीरों में से 75 फीसदी को सेवामुक्त कर दिया जाएगा वहीं 25 फीसदी को सेना में स्थायी कमीशन मिलेगा।

सेवामुक्त किए गये जवानों को 11 लाख रुपये की एकमुश्त राशि देने की बात कही गई है। हालांकि, देशभर में इस योजना का व्यापक पैमाने पर विरोध हो रहा है। सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवा सैन्य भर्ती प्रक्रिया की पुरानी व्यवस्था लागू करने की मांग कर रहे हैं।