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ओडिशा में नवीन पटनायक सरकार के सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। दरअसल, एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सभी मंत्रियों से उनका इस्तीफा मांग लिया था। चर्चा है कि सीएम पटनायक अपने मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल चाहते हैं। इसी वजह से ये फैसला लिया गया है। कहा जा रहा है कि 5 जून को नए मंत्री शपथ ग्रहण करेंगे।
ओडिशा के राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव
गौरतलब है कि ओडिशा के राजनीतिक परिदृश्य में बड़ा बदलाव आया है। सूर्य नारायण पात्रो ने विधानसभा अध्यक्ष के रूप में अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसके बाद सभी मंत्रियों ने भी अपना-अपना इस्तीफा दिया। गौरतलब है कि राज्य में साल 2024 में विधानसभा का चुनाव होना है। माना जा रहा है कि नवीन पटनायक नई टीम के साथ चुनावी मैदान में उतरना चाहते हैं। संगठन के कुछ चेहरों को मंत्रिपद दिया जा सकता है वहीं मंत्रियों में से कुछ को संगठन की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
2024 में ओडिशा में प्रस्तावित है विधानसभा चुनाव
बता दें कि ओडिशा में साल 2019 में विधानसभा का चुनाव हुआ था। राज्य की कुल 146 विधानसभा सीटों में से नवीन पटनायक की बीजू जनता दल ने 113 सीटों पर जीत से प्रचंड बहुमत हासिल किया था। बीजेपी को 23 सीटें मिली थीं। कांग्रेस को 9। वाम पार्टियों के खाते में महज 1 सीट आई थी। 1 सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी भी जीता था। विधानसभा सीटों के लिहाज से राज्य में सरकार बनाने के लिए 74 सीटें चाहिए। कमोबेश, नवीन पटनायक का कार्यकाल विवादरहित ही रहा है। हालांकि, मुख्यमंत्री चाहते होंगे कि कुछ नए चेहरों को आजमाया जाये। इसे विपक्ष के लिए भी एक रणनीति की तरह देखा जा सकता है।
बतौर सीएम 22 साल का कार्यकाल किया पूरा
भारत के राजनीतिक इतिहास में लंबे वक्त तक मुख्यमंत्री के पद पर काबिज रहने वालों में नवीन पटनायक का नाम भी उल्लेखनीय है। 2000 में पहली बार राज्य में नवीन पटनायक के नेतृत्व में बीजेडी की सरकार बनी थी। इसके बाद से नवीन पटनायक ने लगातार चुनावी सफलता हासिल की। 2014 और 2019 में मोदी लहर के बावजूद नवीन पटनायक की अगुवाई में बीजू जनता दल ने रिकॉर्ड जीत हासिल की।
देश में लंबे वक्त तक सीएम रहने वालों में पहला नाम सिक्किम के पवन कुमार चामलिंग हैं। ये रिकॉर्ड 24 साल तक सीएम रहे वहीं पश्चिम बंगाल में ज्योति बसू 23 साल तक मुख्यमंत्री रहे।