द फॉलोअप डेस्क
आज गुरुवार को लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर विपक्ष ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके चलते कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनटों बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। विपक्ष वक्फ विधेयक पर JPC रिपोर्ट के खिलाफ नारेबाजी कर रहा था। इस पहले इस विधेयक को लेकर राज्यसभा में भी हंगामा और नारेबाजी हो चुकी है।
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया कि JPC रिपोर्ट से असहमति नोटों के कई पन्ने और पैराग्राफ हटा दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि आज वे लोकसभा के सांसद ए राजा, कल्याण बनर्जी, इमरान मसूद, मोहम्मद जावेद, और गौरव गोगोई के साथ अध्यक्ष से मिले और उन्हें बताया कि असहमति वाले पृष्ठ रिपोर्ट से हटाए गए हैं। बाद में, इन पन्नों को संसदीय पुस्तकालय में संशोधित किया गया और यह रिपोर्ट दोपहर 2 बजे लोकसभा में प्रस्तुत की जाएगी। ओवैसी ने यह भी कहा कि रिपोर्ट में कुछ पैराग्राफ को नियमों का उल्लंघन मानकर शामिल नहीं किया गया है।
वहीं, कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने वक्फ संशोधन विधेयक पर JPC रिपोर्ट की आलोचना करते हुए कहा कि इसे राजनीति के आधार पर लाया गया है। उन्होंने बताया कि इस विधेयक में कई सांसदों ने अपनी असहमति जताई है, जो इस विधेयक द्वारा संवैधानिक रूप से की गई लापरवाहियों को उजागर करती है। गोगोई ने कहा कि वक्फ संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन के लिए मौजूदा वक्फ अधिनियम पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए, न कि राजनीतिक कारणों से इस संशोधन को लाया जाना चाहिए।
समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने भी वक्फ बिल पर अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि उनकी पार्टी इस विधेयक का विरोध कर रही है। उन्होंने बताया कि विपक्ष इस मुद्दे पर एकजुट है और सत्ता पक्ष की कुछ पार्टियां भी इस विरोध में उनके साथ आ सकती हैं।