गढ़वा:
गढ़वा के संसू से डॉक्टर की लापरवाही का एक मामला सामने आया है। यहां महिला का अपेंडिक्स के आपरेशन की जगह पर आंत का आपरेशन कर दिया गया जिससे महिला की जान चली गई थी। महिला की पहचान 32 वर्षीय संगीता यादव के रूप में हुई है। दरअसल पेट दर्द की शिकायत होने पर संगीता को खरौंधी स्थित कादरी हास्पिटल में भर्ती कराया गया था। जांच के बाद हास्पिटल के संचालक ने 22 फरवरी 2022 को महिला के अपेंडिक्स का आपरेशन किया था, लेकिन महिला की स्थिती ऑपरेशन के बाद भी बिगड़ती चली गई। इसके बाद कादरी हॉस्पिटल के संचालक की सलाह पर महिला को दो मार्च को वाराणसी के डीएनएस हास्पिटल ले जाया गया। वहां जांच के दौरान पता चला कि महिला के अपेंडिक्स का आपरेशन करने की बजाए आंत का आपरेशन कर दिया गया था। फिर वाराणसी में भी महिला का आपरेशन किया गया। इस दौरान वाराणसी के हेरिटेज हॉस्पिटल व ट्राईडेंट हॉस्पिटल में भी इलाज चला, लेकिन उसकी हालत दिनोदिन बिगड़ती चली गई और 12 अप्रैल को संगीता यादव की मौत हो गई।
हॉस्पिटल के संचालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
इस मामले में भवनाथपुर सामुदायिक सवास्थय केंद्र के एमओआइसी डा. दिनेश कुमार ने बुधवार को खरौंधी स्थित कादरी हॉस्पिटल के संचालक डॉ. एनुल हक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। बताया जा रहा है कि डॉ. एनुल हक के विरुद्ध अनाधिकृत रूप से अस्पताल का संचालन करने का आरोप था। इस मामले में श्रीबंशीधर नगर के अनुमंडल पदाधिकारी एंव सिविल सर्जन गढ़वा ने 30 जुलाई 2022 को जांच की थी। जांच में डॉ. एनुल हक पर जानबूझकर तथ्यों को छिपाने, जांच में सहयोग नहीं करने, जांच दल को गुमराह करने तथा झोलाछाप चिकित्सक से मरीजों का ऑपरेशन करवाने का भी मामले सामने आया था। इसे लेकर सिविल सर्जन डा. कमलेश कुमार ने भवनाथपुर सीएचसी के एमओआईसी डा. दिनेश कुमार को सिविल सर्जन कार्यालय के पत्रांक 1546 दिनांक 23 अगस्त 2022 द्वारा कादरी हास्पिटल खरौंधी के संचालक डा. एनुल हक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाने का निर्देश दिया था। सिविल सर्जन ने डॉ. एनुल हक को भविष्य में भी किसी प्रकार के चिकित्सा कार्य के लिए प्रतिबंधित करने का भी आदेश दिया है।
इलाज में कुल आठ लाख रुपय खर्च हुए
मृतक संगीता के परिवारवालों ने बताया कि पूरे इलाज में कुल आठ लाख रुपय खर्च हुए। उन्होंने यह भी बताया कि उसकी मौत के बाद कादरी हास्पिटल संचालक के खिलाफ खरौंधी थाना में प्राथमिकी दर्ज के लिए आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई। श्रीबंशधीर नगर के एसडीओ आलोक कुमार व सिविल सर्जन डॉ. कमलेश कुमार ने इस मामले की जांच के बाद कादरी हास्पिटल के संचालक के विरुद्ध कार्रवाई की अनुशंसा किया।