द फॉलोअप डेस्कः
साइबर क्राइम थाना रांची में दो लोगों ने साइबर ठगी का शिकार होने का मामला दर्ज करवाया था। यह दोनों बहुत बड़ी ठगी के मामले थे। पहले मामले में शिल्पी सिंह नामक युवती ने शिकायत दर्ज कराया था, जिसमें उन्होंने बताया है कि उन्हें एक इंटरनेशनल वर्चुअल नंबर से टेलीग्राम पर मैसेज आया था। जिसमें उन्हें यूट्यूब पर वीडियो लाइक करने का पार्ट टाइम जॉब ऑफर किया गया। शिल्पी ने यह ऑफर स्वीकार कर लिया। इसके बाद उन्हें एक दूसरे टेलीग्राम प्रोफाइल से एक यूआरएल भेजा गया और उसमें रजिस्टर कर वीडियो लाइक करने का काम दिया गया। शुरुआत में झांसा में लेने के लिए शिल्पी के अकाउंट में वीडियो लाइक करने के बदले कुछ पैसे भी डाले गए और बाद में पैसे आने बंद हो गये। इसके बाद उन्हें को उक्त यूआरएल में अलग-अलग खाताओं में पैसा भेजने को कहा जाने लगा इस तरह से शिल्पी से 84 लाख 32 हजार सौ रुपये की ठगी कर ली गई।
दो लोगों की गिरफ्तारी हो पाई
वहीं दूसरे मामले में बरियातु के रहने वाले विनय मिश्रा नामक व्यक्ति ने बताया है कि स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया का कस्टमर केयर बनकर साइबर अपराधियों ने 20,43,368 रुपए की ठगी कर ली। विनय मिश्रा को झांस में लेकर साइबर अपराधियों ने अलग-अलग बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करवाए हैं। दोनों मामलों में गृह मंत्रालय, भारत सरकार और इकोनामिक ऑफेंस यूनिट बिहार पुलिस के समन्वय के साथ अनुसंधान करने के बाद दो लोगों की गिरफ्तारी हो पाई है। उनके पास से दो मोबाइल, तीन सिम, दो पैन कार्ड, 11 एटीएम कार्ड, एक वोटर आईडी कार्ड और चार आधार कार्ड बरामद किए गए हैं।