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राशन की थैली में आया हथियार, प्लान जेलर के मर्डर का था तो कैसे हुआ अमन का कत्ल; जानिए इनसाइड स्टोरी

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द फॉलोअप डेस्क, रांची 

गैंगस्टर अमन सिंह हत्याकांड में आये दिन चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि धनबाद जेल में जिस हथियार से अमन सिंह की हत्या, उस हथियार को राशन की थैली में छिपा कर जेल में मंगवाया गया था। दरअसल, इस हत्याकांड में गिरफ्तार सतीश साव ने पूछताछ पुलिस के सामने कई चौंकाने वाला खुलासा किया है। सतीश ने बताया कि हथियार को किस तरीके से जेल के अंदर लाया गया था। सतीश ने बताया कि अमन सिंह के कहने पर आशीष रंजन ने उसे बताया था कि हथियार राशन की थैली में छिपा कर रखा गया है। हथियार की जानकारी आशीष ने फोन पर दी थी। इसके बाद सतीश साव और बजरंगी ने आशीष की बताई हुई जगह जेल के किचन जा कर देखा तो 2 पिस्टल थैली में रखे हुए थे। सतीश साव ने पिस्टल सुंदर महतो नाम के कैदी को दे दिया। इसके बाद सुंदर ने गैंगस्टर अमन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी।

सतीश साव ने बताया आंखों देखा हाल
सतीश साव ने पुलिस के सामने गैंगस्टर अमन सिंह हत्याकांड का आंखों देखा हाल बताया। सतीश ने पुलिस को बताया कि मुख्य आरोपी सुंदर महतो अमन सिंह के कहने पर ही जेल में लाया गया था। दरअसल, अमन सिंह और जेलर के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा था। अमन की प्रेमिका उसी जेल के महिला वार्ड में बंद थी। वह उससे अक्सर मिला करता था। अमन और उसकी प्रेमिका के बार-बार मिलने पर जेलर उसे ऐसा करने से मना करता था। सतीश ने बताया कि कई बार तो इस बात पर अमन और जेलर के बीच झड़प हो गई थी। दिवाली के दिन अमन सिंह ने अपने सहयोगियों के लिए मिठाई मंगवाई थी लेकिन, जेलर ने इसे जेल के अंदर लाने से मना किया। इस बात से भी अमन सिंह खासा नाराज था। इन्हीं सब वजहों को लेकर अमन जेलर को मारने की बात कहता था। अमन को उसकी प्रेमिका से मिलने से बार-बार रोका जाना पसंद नहीं आया। इसके बाद उसने जेलर को मारने का प्लान बनाया। अमन सिंह ने आशीष रंजन से फोन पर बात करके सुंदर महतो नाम के एक लड़के को बाइक चोरी की जुर्म में अंदर बुलवाया।

बाइक चोरी के आरोप में जेल गया था सुंदर
सुंदर महतो बाइक चोरी के जुर्म में जेल गया। जेल के अंदर सतीश और बजरंगी को आशीष रंजन ने फोन कर बताया कि सुंदर महतो नाम का कैदी जेल गया है क्या ? दोनों ने जेल के सभी वार्ड में सुंदर नाम के कैदी को ढूंढना शुरू किया। जेल के वार्ड न. 4 में सुंदर महतो मिला। दोनों ने उसकी बात आशीष रंजन से करवाई। आशीष ने सुंदर महतो को बताया कि अमन सिंह के कहने पर उसे जेल भेजा गया है। आशीष ने सुंदर को बताया कि उसे जेलर को जान से मारना है। यह सुनकर सुंदर भौचक्का रह गया। सुंदर को नहीं पता था कि उसे जेलर को मारने के लिए अंदर बुलाया गया है। उसने जेलर को मारने से इनकार कर दिया। इसके बाद आशीष ने सतीश को कहा कि जेलर जान से मरने का दबाव बनाओ। दोनों एक बार फिर सुंदर को जेल के बाथरूम में ले जा कर उसपर जेलर को मारने का दबाव डालने लगे। सुंदर ने इस बार भी  ऐसा करने से मना कर दिया। 
  जेलर को मारने पर राजी नहीं था सुंदर महतो
सुंदर महतो ने कहा कि कुछ भी हो जाये वह जेलर को नहीं मारेगा। सतीश ने आशीष को बताया कि वह जेलर को मारने से बार-बार इनकार कर रहा है। सतीश को आशीष ने एक बार फिर सुंदर से बात करवाने की बात कही। सतीश ने सुंदर की बात आशीष से करवाई। आशीष ने सुंदर को कहा कि अगर वह जेलर को नहीं मारेगा तो अमन सिंह उसके परिवार को मरवा देगा। इतना ही वह तुम्हें भी जान से मरवा देगा। आशीष ने कहा कि या तो जेलर को मार दो या अमन सिंह को। सुंदर ने बहुत सोच-विचार के बाद अमन सिंह को मारने का फैसला किया। इसके बाद 3 दिसबर को दिन के 12 बजे सुंदर ने अमन पर ताबड़तोड़ 7 गोलियां बरसाई, जिससे अमन सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी।