logo

दुरूह गांव में भी पहुंच रही विकास की रोशनी, शारीरिक दक्षता के लिए खोला गया जिम

solarws.jpg

द फॉलोअप डेस्कः
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश के बाद पश्चिमी सिंहभूम के सुदूरवर्ती गांव के ग्रामीणों को अब मूलभूत सुविधाओं का लाभ दिया जा रहा है। यहां ग्रामीण क्षेत्रों के लोग दशकों तक मूलभूत सुविधाओं से वंचित थे। अब दुरूह गांव तक सरकार की योजनाएं पहुंच रही है। जिले के दूरस्थ और दुर्गम क्षेत्रों में चल रहे पुलिस पिकेट एवं सीआरपीएफ कैंपों में बिजली की सुविधा नहीं थी। इस बात को ध्यान में रखते हुए 13 पुलिस पिकेट एवं कैंप में 25KWp क्षमता के सौर ऊर्जा आधारित ऑफ ग्रिड पावर प्लांट लगाया गया है। इस क्षेत्र में बिजली की उपलब्धता बहाल रहने से बिजली उपकरणों का बेहतर क्रियान्वयन तथा वहां मौजूद जवानों को कर्तव्य निष्पादन में सहूलियत होगी। साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों में रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था की गई।


आम लोगों के लिए पोर्टल की सुविधा
इधर चाईबासा में जिला प्रशासन द्वारा मेडिकल कैंप किया जा रहा है। अंजदबेड़ा, टोन्टो, तुम्बाहाका जैसे दर्जनों गांव हैं जहां कैंप का आयोजन विगत दिनों हुआ है, जिसमें सदर अस्पताल, चाईबासा के टीम की द्वारा विभिन्न बीमारियों से ग्रसित ग्रामीणों का इलाज किया गया। वृद्ध एवं बच्चों को आवश्यक दवाइयां दी जा रही है। दूरदराज क्षेत्रों के लोग जिनको अपनी समस्या के समाधान के लिए जिला मुख्यालय आना पड़ता है, उनके लिए अब  पब्लिक हेल्प लाइन नंबर 06582-256301, व्हाट्सएप नंबर- 9279452376, ईमेल आईडी apkasahayakdcws@gmail.com जारी किया गया है। जिला प्रशासन का प्रयास है कि पोर्टल के माध्यम से संपर्क करने वाले व्यक्तियों को योजनाओं का अधिकतम लाभ सुनिश्चित किया जा सकेगा। 


जिम भी खोला गया है
युवाओं को शिक्षा के साथ-साथ शारीरिक तौर पर दक्ष बनाने के लिए कल्याण विद्यालय, कस्तूरबा विद्यालय, झारखण्ड बालिका विद्यालय, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान एवं स्किल सेंटर के माध्यम से 28 आवासीय शिक्षण संस्थान में जिम भी खोला गया है। डीसी अनन्य मित्तल ने कहा है कि चाईबासा वासियों को सरकार की सभी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर हमारी प्राथमिकताओं में दुरूह गांवों में निवास करने वाले ग्रामीण हैं।

हमारे वाट्सअप ग्रुप से लिए इस लिंक पर क्लिक करें : https://chat.whatsapp.com/FUOBMq3TVcGIFiAqwM4C9N