द फॉलोअप डेस्क
JSSC CGL पेपर लीक मामले में एसआईटी को अहम सुराग मिला है। झारखंड विधानसभा के अवर सचिव मो शमीम और उनके दो बेटों की गिरफ्तारी के बाद बिहार विधानसभा के मार्शल मो रिजवान की भी संलिप्तता सामने आई। पुलिस पूछताछ में मो शमीम ने बताया कि वह सिर्फ अभ्यार्थियों को ढूंढने का काम करता था। पैसा अनीशाबाद स्थित दामाद मो रिजवान के घर पर पहुंचा देता था। वहां से रिजवान सरगना तक पैसा पहुंचाता था। गौरतलब है कि पेपर लीक मामले में एसआईटी ने रविवार काे ही नगड़ी के नयासराय से झारखंड विधानसभा के अवर सचिव मो शमीम और उनके दो बेटों शहजादा इमाम व शाहनवाज इमाम को गिरफ्तार किया था।
जिन छात्रों से हुआ था डील उन्हें ढूंढ रही पुलिस
शमीम ने पुलिस पूछताछ ने आगे बताया कि बीते दिन 6 अभ्यार्थियों के साथ डील हुई थी। 27-30 लाख में डील फिक्स हुई थी। इसमें से 2 अभ्यार्थी की परीक्षा 28 को थी। परीक्षा से पहले दोनों को पटना भेज दिया गया। वहां दामाद रिजवान ने उनके रहने की पूरी जिम्मेदारी ली थी। दोनों की रहने-खाने की व्यवस्था की। वहीं परीक्षा से पहले उन्हें सारे आंसर याद कर दिए गए। दरअसल, पेपर लीक करने वालों को डर था कि अगर इन्हें पटना से अकेले जाने को दिया तो ये अपने दोस्त और परिचितों को भी पेपर की जानकारी दे देंगे। इसलिए उन्हें एक कार से सेंटर तक छोड़ा गया। एक का सेंटर धनबाद और दूसरे का रांची में था। आरोपी ने पुलिस काे दाेनाें अभ्यर्थियाें का नाम और पता भी बता दिया है। उनकी तलाश हो रही है। एसआईटी कार भी ढूंढ़ रही है।
आईपीएस के नेतृत्व में चेन्नई गई टीम
जेएसएससी पेपर लीक मामले में एक टीम साेमवार काे चेन्नई के लिए रवाना हुई। आईपीएस के नेतृत्व में चेन्नई गई टीम में इंस्पेक्टर और दाराेगा समेत 4 लाेग शामिल हैं। चेन्नई पहुंचने के बाद टीम में शामिल सदस्य परीक्षा लेने वाली एजेंसी सतवत इंफो प्रा. लि. के कर्मियाें से पूछताछ करेगी। यह जानकारी जुटाने का प्रयास करेगी कि कोई कर्मी इस कांड में शामिल है या नहीं।