रांचीः
विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। आज पहले ही दिन सरकार को मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी ने घेरा। बेजीपी विधायकों ने मुख्य गेट पर प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान विधायक बिरंची नारायण ने भी सरकार पर हमला बोला है। रबिता हत्याकांड को लेकर उन्होंने कहा है कि अगर 18 टुकड़ों में गरीब की बेटी की काट-काटकर हत्या कर दी जाए, इंचों में काटी जाए तो ऐसी घटना से रौंगटे खड़े हो जा रहे हैं। हम ऐसी घटना की कड़ी निंदा करते हैं। यह जघन्य अपराध है। ऐसे अपराधियों का मन सरकार ने बढ़ाया है। सरकार खुलेआम मुस्लिम अपराधियों को सरंक्षण दे रही है। ऐसे में इस मुख्यमंत्री को एक मिनट भी पद पर रहने का अधिकार नहीं है। उनको तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। उनके गृह जिले में ऐसी घटनााएं हो रही है। जब उनसे उनका गृहजिला नहीं संभल रहा है तो पूरा राज्य क्या खाक संभलेगा। अविलंब उनको इस्तीफा देना चाहिए। मुख्यमंत्री आदिवासी है उनके राज्य में आदिवासी बेटियां सुरक्षित नहीं है।
तुष्टिकरण की राजनीति कर रही सरकार
हम हिंदू और मुस्लमान इसलिए कर रहे हैं क्योंकि संध्या टोपनो को मारने वाला मुस्लमान था, रांची हिंसा में मुस्लमान था। रबीका की हत्या करने वाला मुस्लमान है। सरकार इनका मन बढ़ रही है। सरकार के सरंक्षण में विशेष समुदाय का मनोबल बढ़ रहा है। समुदाय विशेष के लोगों को मन बढ़ा हुआ है। सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही। सरकार आदेश देती है कि रांची में अगर दंगे होते हैं, मुस्लिम अपराधी के अपराध साबित हो जाते हैं फिर भी सरकार कहती है कि फाइल बंद हो जानी चाहिए, तो ऐसे में मुस्लिम समुदाय के अपराधियों का मनोबल बढ़ेगा या नहीं।