कोलकाताः
आज सैकड़ों की संख्या में झारखंड एवं कोलकाता के स्थानीय उलेमाओं ने नकीब ए हिंदुस्तान मोहम्मद तसलीम रजा मदनी के नेतृत्व में कोलकाता में जामताड़ा विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी, खिजरी विधायक राजेश कच्छप एवं कोलेबिरा विधायक नमन बिक्सेल कोंगाड़ी से मुलाकात की। इस दौरान उलेमाओं ने विधायकों का जोरदार स्वागत माला पहनाकर एवं बुके देकर किया। उलेमाओं ने कहा कि जिस प्रकार हमारे तीनों ही विधायकों को एक साजिश के तहत फंसाया गया है इससे पूरे समाज के लोगों में भारी आक्रोश है। अपने ही पार्टी के लोगों ने एक सोची-समझी साजिश में तीनों ही विधायकों को फंसा डाला। ऐसी परिस्थिति में कांग्रेस पार्टी को अपने विधायकों का साथ देना चाहिए और पूरे मामला को समझना चाहिए था। परंतु पार्टी का जो स्टैंड रहा उससे पूरे समाज में नाराजगी है। रही बात हमारे विधायकों को खरीदने की तो भाजपा में इतनी औकात नहीं कि वह इरफान अंसारी को खरीद सके। इरफान अंसारी का पूरा इतिहास उठाकर देख ले तो उससे ही पता चल जाएगा कि इनके परिवार का कांग्रेस पार्टी में कितना योगदान रहा है।
उलेमाओं में आक्रोश
आगे उलेमाओं ने कहा की इरफान अंसारी के नेतृत्व में झारखंड में कांग्रेस पार्टी अच्छा काम कर रही है और लोगों का झुकाव कांग्रेस के प्रति बड़ा है। परंतु पार्टी के इस रवैया से लोगों में काफी नाराजगी है। पार्टी को अपने विधायकों के साथ आगे आकर एक उचित स्टैंड लेना चाहिए। यह तीनों ही विधायक काफी मेहनती है एवं समाज के हर वर्गों में इन लोगों की पैठ है। तीनों विधायकों ने उलेमाओं का धन्यवाद दिया और कहां कि हमें न्यायालय पर पूरा भरोसा है और हम लोग जल्द झारखंड लौट रहे है।
इस मौके पर इरफान अंसारी ने कहा कि जिसने भी हम तीनों को खिलाफ साजिश रची है उसे आप लोग अच्छी तरह से समझ रहे हैं। वक्त आने पर उन्हें जवाब दिया जाएगा। जब हम लोगों ने कुछ गलत किया ही नहीं तो हमें डरने की आवश्यकता नहीं है। हम लोग पार्टी के प्रति पूरी तरह से समर्पित हैं और पार्टी को लगातार मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे है। आने वाले समय में राहुल गांधी जी हमारे देश के प्रधानमंत्री होंगे और उनके नेतृत्व में ही कांग्रेस पार्टी विकास की नई गाथा लिखेगी।
मौके पर हाजी अलाउद्दीन साहब, मोहम्मद तसलीम रजा मदनी, मोहम्मद शमशेर, अशर्फी मोहम्मद, फारुख शब्बीरी, मोहम्मद अयूब, मोहम्मद जहांगीर, मोहम्मद अनवर, अब्दुल रज्जाक, मोहम्मद रईस, मोहम्मद शहाबुद्दीन सहित सैकड़ों की संख्या में उलेमा उपस्थित थे।