द फॉलोअप डेस्क
मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी के हत्याकांड मामले से पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। पुलिस के हत्याकांड के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार युवक का नाम काजिम अंसारी है। पुलिस मुख्यालय के अनुसार जीतन सहनी की हत्या पैसे के लेन-देन को लेकर की गई थी। आरोपी काजिम ने जीतन सहनी से 1.5 लाख 4% मासिक ब्याज पर कर्ज लिया था। इसी बात को लेकर कहासुनी के बाद आरोपी ने हत्या कर दी। आरोपी ने पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
पीछे के दरवाजे से घर में घुसा था आरोपी
काजिम ने कहा कि वह पैसे देने में सक्षम नहीं था। जब कोई उपाय नहीं सूझा तो उसने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर मृतक जीतन सहनी से जबरन लोन के कागजात छीनने की योजना बनाई। घटना की रात काजिम ने रात 10 से 11 बजे के बीच मृतक के घर के सामने वाली गली में रेकी की, जो पास में लगे सीसीटीवी फुटेज में भी दिख रहा है। इसके बाद रात करीब डेढ़ बजे काजिम और उसके साथी पिछले दरवाजे से घर में घुसे। दरवाजे में अंदर का ताला नहीं था।
तालाब में फेंक दी अलमारी
अंदर घुसने के बाद आरोपियों ने मृतक को जगाया और धमकाते हुए जमीन और लोन के कागजात मांगे। लेकिन, जीतन सहनी ने गाली-गलौज शुरू कर दी। इस पर काजिम गुस्से में आ गया और मृतक पर चाकू से हमला कर दिया। बाकी लोगों ने मृतक के हाथ-पैर पकड़ लिए। हत्या करने के बाद आरोपियों ने कागजात वाली अलमारी की चाबी ढूंढने की कोशिश की, लेकिन चाबी नहीं मिली। इस पर आरोपियों ने अलमारी को बंद अवस्था में ही पानी में फेंकने का फैसला किया, ताकि सारे कागजात गल कर नष्ट हो जाएं। सभी ने मिलकर लकड़ी की अलमारी को घर के पीछे एक छोटे से तालाब में फेंक दिया और वहां से भाग गए।
मंगलवार को हुई थी हत्या
बता दें कि मंगलवार (16 जुलाई) सुबह जीतन सहनी का शव घर के भीतर क्षत-विक्षत हालत में मिला। जीतन सहनी का क्षत- विक्षत शव दरभंगा जिले के सुपौल बाजार में अफजला पंचायत स्थित घर के अंदर ही मिला है। वीआइपी अध्यक्ष मुकेश सहनी के 70 वर्षीय पिता जीतन सहनी की चाकू से गोंदकर हत्या की गयी है। अपराधी ने चाकू से पेट फाड़ डाला है। उनके शरीर पर कई वार किया गया है। घर का मुख्य गेट बंद था। सुबह जब गेट काफी देर तक नहीं खुला तो लोगों ने पुलिस को खबर दी। माना जा रहा है कि हत्यारा घर के पीछे से घर में आया हो।