द फॉलोअप डेस्कः
शीतकालीन सत्र का चौथा दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही स्थगित हो गया। मात्र 16 मिनट ही सदन चल सका। विधायकों के निलंबन वापसी के मुद्दे पर भाजपा विधायक हंगामा करते रहे। स्पीकर रबीन्द्र नाथ महतो के बार-बार समझाने पर भी यह चलते रहा। जब विधायक मुंह पर काली पट्टी लगाकर वेल में पहुंचे तब स्पीकर ने सदन को साढ़े बारह बजे तक स्थगित कर दिया।
दलित हैं अमर बाउरी इसलिए भानु, रणधीर और बिरंचि नहीं देते सम्मान
सूचना के माध्यम से विधायक इरफान अंसारी ने स्पीकर से कहा कि अमर बाउरी नेता प्रतिपक्ष बने हैं। यह दलित समाज के लिए सम्मान की बात है। हम सभी इनका सम्मान करते हैं। लेकिन भानुप्रताप शाही, रणधीर सिंह और बिरंची नारायण इन्हें सम्मान नहीं दे रहे हैं। यह ठीक बात नहीं है।
दलितों के प्रति छद्म सहानुभूति ना दिखाएं
इरफान अंसारी के इस बयान पर नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि मेरे लिए आपका दिया गया बयान अब भी सोशल मीडिया पर मौजूद है। दलितों के प्रति छद्म सहानुभूति ना दिखाएं। ये भाजपा ही है कि मुझ जैसे सामान्य कार्यकर्ता को इतना बड़ा सम्मान दिया है। मैं बीजेपी का प्राउड मेंबर हूँ।