द फॉलोअप डेस्क
बाबूलाल मरांडी के एक बयान ने सत्ता से लेकर अफसर लॉबी में बुधवार को चर्चा का विषय बन गया। सब अपने-अपने अनुसार अनुमान लगाने लगे। दरअसल बाबूलाल ने ट्वीट कर कहा है कि झारखंड के कुछ जिलों के जिलाधिकारी (DC) अपने को जिले का "राजा" समझ रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार करना, जनहित से जुड़े किसी प्रार्थना पत्र को लटकाए रखना, दलालों के माध्यम से आ रहे कामों को तत्परता से करना, स्वयं झामुमो पार्टी के पदाधिकारी की तरह काम करना, भाजपा की विचारधारा से जुड़े लोगों, विधायकों-सांसदों को अपमानित करना, सरकार के काले कारनामे उजागर करने वालों पर झूठा केस-मुक़दमा कर परेशान करना, यही उनका काम है। वहीं, बाबूलाल ने यह भी कहा कि कम से कम दो और जिलों के डीसी की कारस्तानी और उसका परिणाम जल्दी सबके सामने आएगा। इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि कुछ ऐसे सीनियर अफ़सर भी केंद्रीय जांच एजेंसियों के रडार पर हैं, जिन्होंने झारखंड को लूटने में कोई कसर उठा नहीं रखा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अधिकारियों को यह नहीं भूलना चाहिए कि हेमंत सोरेन सदा सर्वदा के लिए सत्ता में नहीं हैं। समय बदलता है और सबके किए का हिसाब बराबर कर लेता है। देखते जाईये ……. अगला कौन?