द फॉलोअप डेस्क
कोरोना के बाद भारत के लोगों को गुलियान बैरे सिंड्रोम नाम के बीमारी से खतरा है। अब एक मामला झारखंड के रांची शहर में भी पाया गया है। अगर डॉक्टर्स की रिपोर्टस् की मानें तो संभवत: इसे झारखंड का पहला मामला कह सकते हैं। रांची की एक 5 साल की बच्ची इस बीमारी से पीड़ित है। महाराष्ट्र में इस बीमारी को लेकर अब तक करीब 120 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, वहीं 2 लोगों की जान चली गई है। बंगाल में भी तीन लोगों के मौत की खबर है।
इस बीमारी के क्या हैं लक्षण
यह बीमारी किसी वायरस या बैक्टीरिया से होती है, जो आपके शरीर के इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देती है। जिससे मरीजों का आमतौर पर पहले पैर और हाथ सुन्न हो जाता है। इसके बाद बाद पूरा शरीर सुन्न हो जाता है। इसके बाद पैरालिसिस अटैक का खतरा रहता है।
छूने या किसी के संपर्क में आने से नहीं फैलती
ये बीमारी छूने या किसी के संपर्क में आने से नहीं फैलती है। इसलिए इसे ऑटो इम्यून डिजिज भी कहा जाता है। ये कम्यूनिकेबल डिजिज नहीं है।
क्यों होता है गुलियान बैरे सिंड्रोम
बता दें अभी तक ये साफ नहीं कहा जा सकता है कि आखिर ये बीमारी किस कारण फैल रही है। लेकिन कुछ डॉक्टर्स का मानना है कि ये बिमारी गंदे पानी के संपर्क में आने से होती है।