डेस्क:
कैश कांड में गिरफ्तार किए गये झारखंड कांग्रेस के 2 और विधायक जेल से बाहर आ गये। सोमवार देर शाम खिजरी विधायक राजेश कच्छप और कोलेबिरा विधायक नमन बिक्सल कोंगाड़ी को हावड़ा जेल रिहा किया गया। गौरतलब है कि कोलकाला हाईकोर्ट से इन्हें 2 दिन पहले ही जमानत मिल चुकी है लेकिन कागजी प्रक्रिया पूरी करने में वक्त लगा। आज उनकी रिहाई हुई।
2 दिन पहले ही रिहा हुए थे डॉ. अंसारी
जामताड़ा विधायक डॉ. इरफान अंसारी को 2 दिन पहले ही रिहा कर दिया गया था। सोमवार को जब राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगाड़ी को रिहा किया गया तो इरफान अंसारी उन्हें रिसीव करने पहुंचे। सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने तीनों विधायकों का स्वागत किया। उन्हें माला पहनाई और समर्थन में नारेबाजी भी की। बीते 30 जुलाई को तीनों विधायकों को हावड़ा जिला के पांचला थानाक्षेत्र अंतर्गत रानीहाट मोड़ के पास 49 लाख रुपये कैश के साथ गिरफ्तार किया गया था।
विधायकों ने आरोपों को बेबुनियाद बताया
सोमवार को जेल से रिहा हुए राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगाड़ी ने कोलकाता हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत किया। कहा कि उन्हें कानून पर पूरा भरोसा है। ये भी कहा कि आने वाले दिन में उस झूठ का पर्दाफाश होगा जो उनके विरुद्ध गढ़ा गया था। सच्चाई सामने आएगी। इस बीच तीनों विधायकों (इरफान अंसारी, नमन बिक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप) ने कहा कि वे सरकार गिराने की किसी भी साजिश में शामिल नहीं थे। आरोप बेबुनियाद और निराधार हैं।
कांग्रेस के भीतर कुछ माफिया टाइप लोग हैं!
इससे पहले इरफान अंसारी ने कहा था कि मैं सच्चा कांग्रेसी हूं। मेरी रग-रग में कांग्रेस है। मेरे पिता लंबे समय तक विधायक रहे। मंत्री रहे। कांग्रेस पार्टी ने उनको सम्मान दिया। मैं खुद एक कार्यकर्ता के रूप में संघर्ष की शुरुआत करके विधायक बना। उन्होंने कहा था कि मैं अल्पसंख्यक समाज से आता हूं।
नमन बिक्सल कोंगाड़ी एक ईसाई पादरी हैं। राजेश कच्छप सरना आदिवासी समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। हमारा बीजेपी में जाने का सवाल ही नहीं उठता। इरफान अंसारी ने आरोप लगाया था कि किसी ने कांग्रेस के वोटरों को तोड़ने का प्रयास किया। कांग्रेस के भीतर और बाहर भी माफिया किस्म के लोग हैं जो पार्टी को कमजोर करने की कोशिश में लगे हैं। उनका जल्दी ही पर्दाफाश होगा।